Rahul Gandhi Vs Smriti Irani: सोशल मीडिया एक्स पर राहुल ने लिखा, 'जिंदगी में हार और जीत चलती रहती है. मैं सभी लोगों से गुजारिश करता हूं कि स्मृति ईरानी या अन्य किसी भी नेता के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने से बचें.'
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Amethi Lok Sabha Seat: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी नेता स्मृति ईरानी का बचाव किया है. लोकसभा चुनाव में अमेठी से स्मृति ईरानी को हार मिली है. नतीजे आने के कई हफ्तों के बाद अब राहुल गांधी ने लोगों से स्मृति और अन्य नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं करने को कहा है.
सोशल मीडिया एक्स पर राहुल ने लिखा, 'जिंदगी में हार और जीत चलती रहती है. मैं सभी लोगों से गुजारिश करता हूं कि स्मृति ईरानी या अन्य किसी भी नेता के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने से बचें.' राहुल ने आगे कहा, 'लोगों को अपमानित करना या नीचा दिखाना कमजोरी की निशानी है, ताकत की नहीं.' 4 जून को जब नतीजे आए तो स्मृति ईरानी कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा के हाथों 1.6 लाख वोटों से हार गई थीं.
Winning and losing happen in life.
I urge everyone to refrain from using derogatory language and being nasty towards Smt. Smriti Irani or any other leader for that matter.
Humiliating and insulting people is a sign of weakness, not strength.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 12, 2024
हार के बाद अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईरानी ने कहा था, 'मैं सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के प्रति आभार व्यक्त करती हूं, जिन्होंने क्षेत्र और पार्टी के लिए जी तोड़ काम किया. मैं इस बात का आभार व्यक्त करती हूं कि पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार में वो काम 5 साल में पूरे हो गए, जो 30 साल से लंबित थे. जो जीते हैं, मैं उनको बधाई देती हूं. मैं अमेठी के लोगों की सेवा करती रहूंगी.'
स्मृति ने खाली किया बंगला
गौरतलब है कि स्मृति ईरानी ने दिल्ली के लुटियंस इलाके में 28, तुगलक क्रीसेंट स्थित अपना सरकारी आवास खाली कर दिया है. ईरानी ने इस हफ्ते की शुरुआत में यह बंगला खाली किया. जब उन्होंने 2019 के संसदीय चुनाव में अमेठी सीट से राहुल गांधी को हराया था तब उनकी काफी चर्चा हुई थी. वह केंद्र की पिछली एनडीए सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री थीं. एक अधिकारी के मुताबिक, 'उन्होंने (ईरानी ने) इस हफ्ते की शुरुआत में अपना सरकारी आवास खाली कर दिया.' पूर्व मंत्रियों और सांसदों को नई सरकार के गठन के एक महीने के अंदर सरकारी आवास खाली कर देना होता है.