BPSC Protest: बिहार की राजधानी पटना में बीपीएससी (BPSC) अभ्यर्थियों पर कल (रविवार, 29 दिसंबर) शाम को हुए लाठीचार्ज को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है और आरोप लगाया कि बीजेपी का 'डबल इंजन' युवाओं पर 'डबल अत्याचार' का प्रतीक बन गया है. जानें और क्या कहा.
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Priyanka Gandhi On BPSC Protest: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को लेकर विवाद दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे प्रदर्शनकाारियों पर बल प्रयोग किए जाने को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी का 'डबल इंजन' युवाओं पर 'डबल अत्याचार' का प्रतीक बन गया है. बीपीएससी की 13 दिसंबर को हुई परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पटना में विरोध कर रहे प्रदर्शनकाारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने रविवार को पानी की बौछार की और हल्का बल भी इस्तेमाल किया. इसके साथ ही जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी के अध्यक्ष समेत 600-700 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
ठंड में युवाओं पर पानी की बौछार और लाठी चार्ज करना अमानवीय: प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया, "बिहार में तीन दिन के अंदर दूसरी बार छात्रों पर अत्याचार किया गया. परीक्षाओं में भ्रष्टाचार, धांधली, पेपर लीक रोकना सरकार का काम है. लेकिन भ्रष्टाचार रोकने की जगह छात्रों को आवाज उठाने से रोका जा रहा है." उन्होंने कहा कि इस कड़ाके की ठंड में युवाओं पर पानी की बौछार और लाठी चार्ज करना अमानवीय है. प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा का "डबल इंजन" युवाओं पर ‘डबल अत्याचार’ का प्रतीक बन गया है.
आपको बता दें कि व्यापक अनियमितताओं के आरोपों को लेकर परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने गांधी मैदान के पास धरना दिया तथा पुलिस के हस्तक्षेप के बावजूद सड़क खाली करने से इनकार कर दिया. जैसे ही प्रदर्शन तेज हुआ, पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पहले पानी की बौछार की. जब इससे भी कोई फायदा नहीं हुआ, तो लाठीचार्ज किया गया, जिससे कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए.
आंसू गैस का प्रयोग?
छात्रों ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ आंसू गैस और अत्यधिक शारीरिक बल का इस्तेमाल किया गया और दावा किया कि उन्हें जबरन सड़कों से घसीटा गया. महिला उम्मीदवारों ने भी झड़प के दौरान दुर्व्यवहार की बात कही.
इन विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर, बिहार लोक सेवा आयोग ने लगभग 12,000 उम्मीदवारों के लिए 70वीं एकीकृत संयुक्त प्रतियोगी (प्रारंभिक) परीक्षा (सीसीई) की पुनः परीक्षा की घोषणा की. 4 जनवरी, 2024 को होने वाली पुनः परीक्षा में विशेष रूप से वे उम्मीदवार शामिल होंगे जो 13 दिसंबर को पटना के बापू परिसर परीक्षा केंद्र में उपस्थित हुए थे.