बिजली की तार के बारे में बच्चे भी जानते हैं. दिन में लगभग हर इंसान का वास्ता बिजली के उपकरणों से होता ही है. इनमें बिजली पहुंचाने वाले तार भी दिख ही जाते होंगे. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बिजली के तार हमेशा तांबे के ही क्यों होते हैं? बिजली के काम में तांबे के तार के इस्तेमाल के पीछे एक नहीं कई वजह हैं, आइये आपको बताते हैं विस्तार से.
हमें स्कूल के समय से ही बताया गया है कि तांबा, बिजली का गुड कंडक्टर है. इसका मतलब यह है कि अन्य मेटल या धातु की तुलना में तांबे के तार में बिजली का प्रवाह अच्छे से होता है. इसके पीछे वजह यह है कि तांबे में फ्री इलेक्ट्रॉन आसानी से मूव करते हैं. यही कारण है कि इसे बिजला का सबसे अच्छा कंडक्टर कहा जाता है.
बिजली के कामों में तांबे के तार के इस्तेमाल के पीछे एक बड़ी वजह यह भी है कि यह आसानी से उपलब्ध हो जाता है.
जानकारों ने यह भी स्पष्ट किया है कि अन्य धातुओं की तुलना में तांबे के तार ज्यादा मुलायम होते हैं. जिसकी वजह से तांबे के तार फ्लेक्सिबल होते हैं. यह भी कहा गया है कि तांबे के तार बिजली का लोड सहने में सक्षम होते हैं और इसकी तुलना में अन्य धातु के तार हमेशा कमजोर साबित हुए हैं.
कई बार लोगों के मन में यह सवाल भी उठता होगा कि एल्युमिनियम के तार भी बाजार में मिलते हैं. लेकिन आपको बता दें कि एल्युमिनियम की तुलना में तांबे के तार ज्यादा मजबूत और टिकाऊ होते हैं. साथ ही तांबे के तार एल्युमिनियम की तुलना में बिजली का अच्छा कंडक्टर है.
तांबे के तार से ही घरों में वायरिंग की जाती है. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि तांबे के तार सेफ रहते हैं और इसमें शॉर्ट सर्किट का खतरा बेहद कम होता है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़