Parliament Monsoon Session: संसद के मानसून सत्र के चौथे दिन गुरुवार को भी बजट पर शुरू विवाद थमा नहीं. संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली. एक-दो बार सदन में अप्रिय परिस्थिति भी बनती दिखी.
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Lok Sabha And Rajya Sabha: संसद के मानसून सत्र में केंद्रीय बजट पेश होने के बाद शुरू सियासी संघर्ष लगातार बढ़ता ही जा रहा है. लोकसभा और राज्यसभा में गुरुवार को भी चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक थमती नहीं दिखी. सत्र के चौथे दिन भी दोनों सदनों में विपक्ष का हंगामा जारी रहा. सरकार को घेरने की कोशिश में कई मौकों पर अप्रिय स्थिति बनती भी दिखी.
दोनों ही सदनों में आसन की ओर से शांति की कोशिशें भी बेअसर
दोनों ही सदनों में आसन की ओर से शांति की कोशिशें भी कारगर नहीं हो पाई. लोकसभा की कार्यवाही में ऐसे कई मौके पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी तकरार हुई. हंगामे की वजह से लोकसभा की कार्यवाही बीच में स्थगित करनी पड़ी. नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार कर विपक्ष ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. राज्यसभा में भी विपक्ष का हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही में बाधा आई.
चरणजीत सिंह चन्नी और रवनीत सिंह बिट्टू के बीच तीखी बहस
सदन में सबसे तीखी नोंक-झोंक पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के बीच देखने को मिली. केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद चन्नी ने कांग्रेस के पूर्व सहयोगी रवनीत सिंह बिट्टू पर कटाक्ष किया. उन्होने केंद्रीय राज्य मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, "आपके दिवंगत पिता ('दादा' के बजाय गलती से कहा गया) शहीद थे, लेकिन हकीकत में उनकी मौत उसी दिन हुई जब आप भाजपा में शामिल हुए."
बिट्टू के दादा, पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की 31 अगस्त, 1995 को चंडीगढ़ में सचिवालय परिसर में एक फिदायीन बम हमले में हत्या कर दी गई थी. चन्नी ने इशारों में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थन में बोलते हुए कहा कि सांसद सलाखों के पीछे हैं और ब्रिटिश राज और मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार के बीच "चमड़ी के रंग को छोड़कर" कोई फर्क नहीं है. उन्होंने ''तानाशाही रवैये'' को लेकर एनडीए सरकार पर और भी निशाना साधा.
“हिम्मत है तो आजा ” की ललकार और 'ऐ चन्नी...' का पलटवार
कांग्रेस नेता की 'त्वचा के रंग' टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए, राज्य मंत्री बिट्टू ने कहा कि ऐसा लगता है कि वह सोनिया गांधी का जिक्र कर रहे थे और कांग्रेस से यह साबित करने को कहा कि वह किस देश से आई हैं. इसके बाद, चन्नी उन्हें लड़ाई के लिए ललकारते देते हुए वेल में आ गए और सदन में अफरातफरी मच गई. “हिम्मत है तो आजा ” की ललकार सुनकर 'ऐ चन्नी...' की आवाज के बीच बिट्टू ने भी वेल में कूदने की कोशिश की, लेकिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें रोक दिया.
दादाजी का नाम लेने पर गुस्साए बिट्टू ने चन्नी पर लगाए आरोप
गुस्साए बिट्टू ने कहा, “मुझे जवाब देना होगा क्योंकि उन्होंने मेरे दादाजी का नाम लिया था. मेरे दादाजी ने किसी पार्टी के लिए नहीं बल्कि देश के लिए अपनी जान दी.'' बिट्टू ने आगे कहा कि अगर चन्नी साबित कर दे कि वह गरीब है तो वह अपना नाम बदल लेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सांसद चन्नी के पास पंजाब में अब तक के सबसे शक्तिशाली संसाधन और सबसे अधिक पैसा है. उन्होंने यह भी दावा किया कि चन्नी यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी थे.
लोकसभा में विपक्षी सांसदों की मांग को मिला स्पीकर का साथ
लोकसभा में गुरुवार को डीएमके सदस्य दयानिधि मारन समेत कुछ सदस्यों ने देश में हवाई किराये के बढ़ने का मुद्दा उठाया. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 'इसकी तो जांच होनी ही चाहिए' कहते हुए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू से खास मांग की. उन्होंने कहा कि नायडू इसकी जांच कराएं क्योंकि पैसा संसद से जाता है, जो चिंता की बात है. इसके बाद मंत्री ने जवाब दिया कि ग्राहक ही राजा है और वह हवाई यात्रा को किफायती बनाने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे.
बैठ जाइए, नहीं तो लोग कहेंगे कि बिहार को बहुत कुछ दे रहे हैं...
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने केंद्रीय बजट पर बहस के दौरान बीच में खड़े हुए पूर्णिया से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव से कहा, 'पप्पू जी बैठ जाइए नहीं तो लोग कहेंगे कि बिहार को बहुत कुछ दे रहे हैं.' असल में ओम बिरला का उन नेताओं पर तंज था जो आरोप लगा रहे हैं कि बिहार और आंध्र प्रदेश को काफी कुछ दिया गया जबकि अन्य राज्यों को कुछ नहीं दिया गया. वहीं, बिहार में विपक्ष का कहना है कि उन्हें कुछ नहीं मिला सिर्फ झुनझुना पकड़ा दिया गया है. ओम बिरला और पप्पू यादव का वीडियो वायरल हो गया है.
राज्यसभा में आप सांसद राघव चड्ढ़ा ने सोमालिया से की देश की तुलना
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद ने गुरुवार को बजट पर बोलते हुए कहा कि देश में लोग कई तरह के टैक्स देते हैं, लेकिन बदले में उन्हें हाई क्वालिटी सर्विस नहीं मिलती हैं. चड्ढ़ा ने उच्च सदन में कहा, "आज हम भारत में इंग्लैंड की तरह टैक्स देते हैं, लेकिन हमें सोमालिया जैसी सेवाएं मिलती हैं." इसका त्ता पक्ष के कई सांसदों ने विरोध किया.
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झारखंड के संथाल परगना में डेमोग्राफी बदलने पर निशिकांत दुबे की चिंता
गोड्डा से भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में कहा कि झारखंड के संथाल परगना क्षेत्र में आदिवासियों की आबादी 2000 में 36 फीसदी थी और अब घटकर 26 फीसदी हो गई है, लेकिन सदन में इस पर कोई बहस नहीं हो रही है. बांग्लादेश से अवैध अप्रवासी आदिवासी समुदाय की महिलाओं से शादी कर रहे हैं. झारखंड सरकार इस समस्या के खिलाफ कोई कदम नहीं उठा रही है.
दूबे ने कहा कि आदिवासियों की संख्या में 10 फीसदी की गिरावट चिंता का विषय है. झारखंड हाईकोर्ट के आदेश में कहा गया है कि भारत में मुस्लिमों की आबादी दिन प्रतिदिन बढ़ रही है. सरकार को अब दखल देना चाहिए. मुर्शिदाबाद, अररिया, किशनगंज, मालदा और संथाल परगना को जोड़कर और केंद्रशासित प्रदेश बनाकर एनआरसी लागू किया जाना चाहिए.
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