महाराष्ट्र में सत्ता से पहले सिर फुटव्वल शुरू, एक दूसरे की पोल खोलने लगी भाजपा की सहयोगी पार्टियां
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महाराष्ट्र में सत्ता से पहले सिर फुटव्वल शुरू, एक दूसरे की पोल खोलने लगी भाजपा की सहयोगी पार्टियां

Maharashtra: महाराष्ट्र में सरकार के गठन के लेकर अभी कोई आधिकारिक सूचना नहीं है लेकिन उससे पहले चुनाव में बेहतरीन जीत करने वाले महायुति गठबंधन की पार्टियों के नेता आपस में भिड़ गए हैं. शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी के नेता एक दूसरे पर जमकर आरोप लगा रहे हैं. 

महाराष्ट्र में सत्ता से पहले सिर फुटव्वल शुरू, एक दूसरे की पोल खोलने लगी भाजपा की सहयोगी पार्टियां

Maharashtra: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को आए हुए एक सप्ताह से ज्यादा हो गया है लेकिन अभी तक सरकार बनने और मुख्मयंत्री के चेहरे को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. हालांकि लगभग भाजपा का मुख्यमंत्री बनना तय माना जा रहा है लेकिन महायुति के अंदर मौजूद दो बड़ी पार्टियों के बीच मनमुटाव देखने को मिल रहा है. एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना के कुछ नेता अजित पवार की एनसीपी पर तो एनसीपी के नेता शिवसेना को लेकर अपने मन की बातें सामने रखने लगे हैं. शिवसेना विधायक गुलाबराव पाटिल ने कहा कि अगर अजित पवार की एनसीपी महायुति का हिस्सा नहीं होती तो एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी चुनाव में 90-100 सीटें जीत सकती थी. 

महाराष्ट्र में शिंदे Vs अजित पवार

अजित पवार पिछले साल जुलाई में शिंदे सरकार में शामिल हुए थे और उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया था. निवर्तमान सरकार में मंत्री पाटिल ने कहा,'हमने सिर्फ 85 सीटों पर चुनाव लड़ा था, अजित दादा के बिना हम 90-100 सीटें जीत सकते थे. शिंदे ने कभी नहीं पूछा कि अजित पवार वाली एनसीपी को उनकी सरकार में क्यों शामिल किया गया?' उन्होंने शिंदे की भी तारीफ करते हुए कहा कि शिंदे एक बड़े दिल वाले शख्स हैं, जो नाराज होने के बजाय मुकाबला करने में यकीन रखते हैं. 

NCP ने किया पलटवार

ऐसे में अजित पवार की एनसीपी के नेता कहां पीछे रहने वाले थे. पलटवार करते हुए एनसीपी के प्रवक्ता अमोल मिटकरी ने पाटिल के मंत्री पद को खतरे में बता दिया. उन्होंने पाटिल को लेकर कहा कि वह इस तरह की हल्की बात न बोलें. मिटकरी ने कहा,'पाटिल को पहले मंत्रिमंडल में शामिल होने के बारे में सोचना चाहिए. इस बार उनके मंत्री बनने की संभावना बहुत कम है.'

केंद्रीय मंत्री पर भड़के शिंदे के नेता

बात सिर्फ यहीं खत्म नहीं हुई एक और जुबानी जंग के बीच शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव और भाजपा नेता संजय कुटे पर ही निशाना साध दिया. गायकवाड़ ने 20 नवंबर को हुए चुनाव में बुलढाणा में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) उम्मीदवार जयश्री शेलके के खिलाफ मात्र 841 वोटों से मामूली फर्क के साथ जीत हासिल की थी. गायकवाड़ ने दावा किया,'जाधव ने शिवसेना (उबाठा) चीफ उद्धव ठाकरे के एक करीबी सहयोगी को फोन किया और उनसे जयश्री शेलके को मेरे खिलाफ मैदान में उतारने के लिए कहा.'

संजय कुटे पर भी लगा संगीन आरोप

इसके अलावा उन्होंने संजय कुटे को लेकर कहा,'उन्होंने भी शिवसेना (UBT) नेता अनिल परब को फोन करके यही अनुरोध किया. मेरी पार्टी या गठबंधन का एक भी जिला स्तरीय नेता मेरे साथ नहीं था.' उन्होंने सवाल किया,'कुटे ने आधी रात को शेलके से मुलाकात क्यों की? सहयोगी पार्टियों के नेता इस तरह से क्यों पेश आते हैं.'

कौन हैं जाधव और कुटे?

प्रतापराव जाधव बुलढाणा से सांसद हैं और केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार में आयुष के साथ-साथ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री हैं. इसके अलावा कुटे ने जलगांव (जामोद) विधानसभा सीट से चुनाव जीता था. 

किस पार्टी को मिली कितनी सीटें?

बता दें कि 20 नवंबर को वोटिंग के बाद 23 नवंबर को आए नतीजों में महायुति ने महाराष्ट्र विधानसभा में शानदार जीत हासिल की. इस गठबंधन ने राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटों पर फतह हासिल की. इसमें भाजपा के खाते में सबसे ज्यादा 132 सीटें, जबकि शिवसेना को 57 और राकांपा को 41 सीटें मिलीं. महायुति में भारतीय जनता पार्टी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) शामिल है.

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