MP News: मध्य प्रदेश के दमोह में आज सुबह पहाड़ों के पास से गोलियों की आवाज आने से लोग दहशत में आ गए. गोलियों की आवाज सुनने के बाद लोग किसी अनहोनी की आशंका जताने लगे. पहाड़ों के आस- पास के लोगों को लगने लगा कि जंग छिड़ी है. हालांकि जब लोगों ने जानकारी जुटाई तो उन्हें गोलियों के चलने के वजह के बारे में जानकारी मिली. जिसके बाद लोगों का डर खत्म हुआ.
दमोह में आज सुबह सुबह एक पहाड़ के पास से लोगों ने अचानक एक - दो नहीं बल्कि कई राउंड गोलियां चलने की आवाज़ें सुनी तो लोग दहशत में आ गए.
पहाड़ों के आसपास के इलाकों में ये कौतूहल का विषय बन गया, लोगों को लगा कि कहीं कोई जंग छिड़ गई है क्योंकि गोलियां एक दो बार नहीं बल्कि रुक - रुक कर कई बार चली.
लोग समझ नहीं पा रहे थे लेकिन जब लोगों ने हिम्मत करके पहाड़ के नजदीक जाकर देखा तो उन्हें राहत जरूर मिली क्योंकि गोलियां कोई और नही बल्कि पुलिस दाग रही थी.
लोगो को शंका थी कि शायद पहाड़ के आसपास कोई छिपा होगा जिसे मारने पुलिस के जवान गोलियां चला रहे हैं लेकिन पुलिस ने लोगों की शंका को खत्म किया और बताया कि ये पुलिस की ट्रेनिंग का हिस्सा है.
जब ग्रामीणों ने जानकारी जुटाई तो पता चली कि ये पुलिस की ट्रेनिंग का हिस्सा है जिसे चांदमारी कहा जाता है और हर साल पुलिस के जवानों से ये चांदमारी कराई जाती है.
दमोह के पॉलिटेक्निक कालेज के पीछे किशन तलैया इलाके में जिला पुलिस बल की चांदमारी का आयोजन शुरू हुआ है जिसके तहत एक हफ्ते तक पुलिसकर्मियों को फायरिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी.
इस चांदमारी में पुलिस जवानों को टारगेट पर निशान लगाने का लक्ष्य दिया जाता है औऱ इस बात की परीक्षा ली जाती है कि भर्ती के दौरान हुई ट्रेनिंग के बाद जब पुलिस कर्मी फील्ड में है तब उसका निशाना कितना ठीक है.
एक प्रकार से इसे फायरिंग करने की जांच भी कहा जा सकता है, पुलिस हर साल इस तरह की चांदमारी करती है और ये हिस्सा पुलिस की तैयारियों का बड़ा हिस्सा माना जाता है.
इसके तहत पुलिस जवानों को विपरीत परिस्थितियों में हालातों से निपटने के लिए तैयार भी किया जाता है. ताकि वो किसी भी परिस्थितियों में अच्छी तरह से खुद को तैयार रखें.
ट्रेन्डिंग फोटोज़