मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव संपन्न हो चुके हैं. इसलिए बीजेपी अब विधानसभा चुनाव की तैयरियों में जुटी है. बताया जा रहा है कि बीजेपी जल्द ही प्रदेश में सत्ता और संगठन में खाली पड़े पदों को भर सकती है. जिसके संकेत खुद पार्टी के एक दिग्गज नेता ने दिए हैं. जिससे मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है.
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भोपाल। मध्य प्रदेश में आने वाले कुछ दिनों प्रदेश में सियासी हलचल देखने को मिल सकती है. क्योंकि जल्द ही बीजेपी सत्ता और संगठन में खाली पद भरने की तैयारी में हैं. इस बात के संकेत खुद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दिए हैं. उनका कहना है कि संगठन और सत्ता में जो खाली पद पड़े हैं उन्हें भरने की तैयारी पर काम चल रहा है. ऐसे में प्रदेश के सियासी गलियारों में इस बात की अटकले एक बार फिर लगनी शुरू हो गई है कि अब शिवराज सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार भी हो सकता है.
सत्ता और संगठन में खाली पद भरने की तैयारी
दरअसल, मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार और बीजेपी संगठन में इस वक्त कई पद खाली हैं. ऐसे में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव पूरे होने के बाद अब इस बात की चर्चा है कि इन पदों को जल्द ही भरा जाएगा. क्योंकि अगले साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी इस बात के संकेत दिए हैं. बता दें कि इन खाली पड़े पदों के लिए नेता भी इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में बीजेपी लाइन में इंतजार कर रहें नेताओं बीजेपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एडजेस्ट करना चाहती है.
कई जिलों के जिलाध्यक्ष बदले जा सकते हैं
वीडी शर्मा ने कहा कि ''निकाय और पंचायत चुनाव के बाद पार्टी की समीक्षा बैठक हो रही है. संगठन में परफार्मेंस के आधार पर नई नियुक्तियों की तैयारी हो रही है. संगठन खाली पदों को फुल फिल करने की रणनीति बना रहा है. इसके अलावा खाली पड़े निगम/विकास प्राधिकरणों के पदों को भरने की भी तैयारी है.'' बता दें कि नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के आधार पर बीजेपी कई जिलों के अध्यक्षों को बदल सकती है. जहां-जहां पार्टी को नुकसान हुआ है वहां सख्त फैसले लिए जा सकते हैं.
मंत्रिमंडल विस्तार भी हो सकता है
राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा भी तेज है कि अब शिवराज सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार भी हो सकता है. क्योंकि मंत्रिमंडल में अभी चार पद खाली है. जिन्हें जल्द ही भरा जा सकता है. इसके लिए सीएम शिवराज जल्द निर्णय ले सकते है. ऐसा इसलिए भी क्योंकि सीएम शिवराज की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की भी चर्चा है. इसके अलावा वह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात करेंगे, जबकि सह संगठन महामंत्री बीएल संतोष से भी मुलाकात करेंगे. ऐसे में शिवराज के इस दौरे पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं. सीएम के दिल्ली दौरे की खबर बाहर आते ही मंत्री पद के दावेदारों ने भी सक्रियता बढ़ा दी है. माना जा रहा है की प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार अगले हफ्ते हो सकता है.
ऐसा है मंत्रिमंडल का समीकरण
शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल में अभी चार पद खाली. लेकिन इन चार पदों के लिए करीब एक दर्जन विधायक दावेदार हैं. जिनमें कई पूर्व मंत्री भी शामिल हैं. क्योंकि यह विधायक सिंधिया समर्थकों की वजह से मंत्री नहीं बन पाए थे. ऐसे में वे इस बार मौका पाने की तैयारी में हैं. ऐसे में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा संगठन व सत्ता दोनों ही इन रिक्त पदों को भरने के पक्ष में बताए जाते हैं. दरअसल नए मंत्रियों के सहारे बीजेपी राजनीतिक और क्षेत्रीय दोनों समीकरणों को साधना चाहती है. ताकि विधानसभा चुनाव में इसका फायदा उठाया जा सके. मध्य प्रदेश में विधायकों की संख्या के हिसाब से मुख्यमंत्री सहित 36 मंत्री बन सकते हैं, फिलहाल कैबिनेट में 30 मंत्री हैं, जिनमें से 23 कैबिनेट और 7 राज्य मंत्री हैं. विधायकों की संख्या के हिसाब से अभी चार और सदस्यों को मंत्री बनाया जा सकता है.