स्कूल में बच्चे को थर्ड डिग्री टॉर्चर, फीस नहीं भरी तो 2 घंटे तक नंगे पैर धूप में खड़ा रखा
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स्कूल में बच्चे को थर्ड डिग्री टॉर्चर, फीस नहीं भरी तो 2 घंटे तक नंगे पैर धूप में खड़ा रखा

रीवा जिले के गढ़ स्थित सरस्वती ज्ञान मंदिर पब्लिक हाई स्कूल से एक मामला सामने आया है. जहां पर समय से स्कूल में फीस न जमा करने के चलते चौथी कक्षा के एक छात्र को भारी पड़ गया. स्कूल के प्रिंसिपल ने थर्ड डिग्री टार्चर देते हुए मासूम छात्र को दो घंटे तक नंगे पैर धूप में खडे रखा.

स्कूल में बच्चे को थर्ड डिग्री टॉर्चर, फीस नहीं भरी तो 2 घंटे तक नंगे पैर धूप में खड़ा रखा

अजय मिश्रा/रीवा: रीवा जिले के गढ़ स्थित सरस्वती ज्ञान मंदिर पब्लिक हाई स्कूल से एक मामला सामने आया है. जहां पर समय से स्कूल में फीस न जमा करने के चलते चौथी कक्षा के एक छात्र को भारी पड़ गया. स्कूल के प्रिंसिपल ने थर्ड डिग्री टार्चर देते हुए मासूम छात्र को दो घंटे तक नंगे पैर धूप में खडे रखा. जिसके बाद उसे उसकी कक्षा में प्रवेश मिला. इस बात की जानकारी जब छात्र ने अपने घर पहुंचकर अपने अभिभावाकों से बताई तो उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई करने की मांग की है.

दरअसल गढ़ क्षेत्र निवासी सुरेंद्र दुबे पेशे से किसान है. इसके अलावा उनकी एक छोटी साइकिल रिपेयरिंग की दुकान भी है. सुरेंद्र दुबे की एक बेटी और एक बेटा दीवांश दुबे है. दोनों ही गढ़ के एक निजी स्कूल अध्यनरत है. छात्र के पिता का कहना है दोनों बच्चों के स्कूल की वार्षिक फीस 6 हजार रुपए है. लेकिन इस वर्ष स्कूल प्रबंधन के द्वारा 10 हजार 500 मांगे जा रहे है. 

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कई बच्चों की दी जाती सजा
सुरेंद्र दुबे के पिता की गंभीर बीमारी के चलते उपचार के दौरान उनका देहांत हो गया. जिसकी वजह से सुरेंद्र दुबे काफी परेशान थे. जिसकी वजह से वह बच्चों के स्कूल की फीस समय से नहीं दे पाए. सुरेंद्र दुबे ने स्कूल में जल्द फीस जमा करने के लिए प्रिंसपल से निवेदन भी किया था लेकिन प्रिंसिपल नहीं माने और स्कूल में फीस जमा करने के लिए मासूम बच्चे को प्रताड़ित किया गया. स्कूल में कई और ऐसे बच्चे हैं, जिन्हे समय से फीस न जमा करने पर इसी तरह सजा दी जाती है.

मामले को लेकर मीडिया ने जब जिला शिक्षा अधिकारी गंगा प्रसाद उपाध्याय से बात की तो उन्होंने कैमरे के सामने वहीं पुराना और घिसा पिटा जवाब देना मुनासिब समझा. जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि मीडिया के माध्यम से घटना की जानकारी हुई है. अगर स्कूल में कुछ ऐसा हुआ है तो मामले की जांच करवाकर उचित कार्यवाही की जाएगी. हालांकि उनका कहना यह भी था कि प्राइवेट स्कूलों की मान्यता रद्द करने का पॉवर तो उनके पास है पर जांच के बाद ही कोई कार्रवाई करना संभव होगा.

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