Khargapur Vidhan Sabha Seat: मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा-कांग्रेस की सीधी टक्कर है, पर कई ऐसी सीटें भी है जहां कुछ छोटी पार्टियां बड़ी पार्टियों का खेल बिगाड़ सकती है. ऐसी ही एक सीट है बुंदेलखंड अंचल की खरगापुर सीट जहां से 2018 के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे राहुल लोधी ने पार्टी को बड़ी जीत दिलाई थी. राहुल लोधी को चुनाव से पहले हुए कैबिनेट विस्तार में मंत्री पद दिया गया है, जिसके कारण शिवराज सिंह पर परिवारवाद को बढ़ाने का आरोप भी लगा था.
खरगापुर विधानसभा सीट
खरगापुर सीट भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है, लेकिन 2013 में यहां से कांग्रेस के विधायक चुने गे थे. हालांकि 2018 में राहुल सिंह लोधी ने यहां बीजेपी की वापसी करा दी थी. भाजपा बुंदेलखंड के सभी सीटों पर फोकस कर रही है. वैसे टीकमगढ़ जिला जिसमें खरगापुर विधानसभा आता है वहां की सभी सीटें भाजपा के पास है. यहां के विधायक राहुल लोधी को शिवराज सरकार में मंत्री पद दिया है, जिससे वहां की जनता को विश्वास में लेने की उन पर जिम्मेदारी होगी.
खरगापुर का राजनीतिक समीकरण
खरगापुर में 2018 के विधानसभा चुनाव के मुताबिक कुल 218334 मतदाता थे, जिसमें पुरूष मतदाता 116044 और महिला मतदाता 102289 है. 2018 में हुए चुनाव में यहां कुल 39 प्रतिशत वोट पड़े थे. यहां कांग्रेस के लिए सपा-बसपा सबसे बड़ी मुसीबत बन सकते हैं. क्योंकि इस सीट पर बीजेपी कांग्रेस के अलावा इन दलों का भी प्रभाव रहता है. इसका कारण है कि सामान्य सीट पर ओबीसी और एससी मतदाता लीड तय करते हैं.
खरगापुर का इतिहास
खरगापुर विधानसभा 1967 में आस्तित्व में आई थी. देखतें है उसके बाद से वहां किस-किस ने जीत दिलाई है.
1967 में कांग्रेस के आर राम ने जीत दर्ज की.
1972 में कांग्रेस के बैजू अहिरवार ने जीत दर्ज की.
1977 में जनता पार्टी के नाथू राम अहिरवार ने जीत दर्ज की थी.
1980 में कांग्रेस के नाथू राम अहिरवार ने जीत दर्ज की थी.
1985 में कांग्रेस के वीरेंद्र अहिरवार ने जीत दर्ज की थी.
1990 में भाजपा की अनंदी लाल ने जीत दर्ज की थी.
1993 में भाजपा के पर्वत लाल अहिरवार ने जीत दर्ज की थी.
1998 में भाजपा के पर्वत लाल अहिरवार ने जीत दर्ज की थी.
2003 में भाजपा के हरिशंकर खटीक ने जीत दर्ज की थी.
2008 में भाजश के अजय यादव ने जीत दर्ज की थी.
2013 में कांग्रेस की चंदा सिंह गौर ने जीत दर्ज की थी.
2018 में भाजपा के राहुल सिंह लोधी ने जीत दर्ज की थी.
बता दें कि राहुल सिंह लोधी सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे हैं, ऐसे में उनके मंत्री बनने से वंशवाद की चर्चा भी शुरू हुई है. लेकिन अब उनके ऊपर सीट जिताने की जिम्मेदारी जरूर होगी. ऐसे में खरगापुर में मुकाबला दिलचस्प होगा.