Indore Temple Collapse: मंदिर हादसे में निगम ने झाड़ा पल्ला, 2 महीने पहले जारी किया था ये आदेश
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Indore Temple Collapse: मंदिर हादसे में निगम ने झाड़ा पल्ला, 2 महीने पहले जारी किया था ये आदेश

इंदौर के पटेल नगर स्थित बेलेश्वर महादेव मंदिर में रामनवमी (Ram Navami) के दिन हुए हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है. इस हादसे की अब असली वजह सामने आ गई है. दरअसल मंदिर निर्माण अवैध तरीके से किया गया था. लगातार हो रहे अतिक्रमण के कारण कुएं के आसपास की जमीन में कई गड्ढे खोद दिए थे.

Indore Temple Collapse: मंदिर हादसे में निगम ने झाड़ा पल्ला, 2 महीने पहले जारी किया था ये आदेश

इंदौर: इंदौर के पटेल नगर स्थित बेलेश्वर महादेव मंदिर में रामनवमी (Ram Navami) के दिन हुए हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है. इस हादसे की अब असली वजह सामने आ गई है. दरअसल मंदिर निर्माण अवैध तरीके से किया गया था. लगातार हो रहे अतिक्रमण के कारण कुएं के आसपास की जमीन में कई गड्ढे खोद दिए थे. वहीं 2 महीने पहले ही नगर निगम ने इसे अतिक्रमण मानते हुए अतिक्रमण हटाने के लिए आदेश जारी किया था. लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और आज ये हादसा हो गया.

निगम ने आदेश किया था जारी

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प्रशासन ने झाड़ा पल्ला
लेटर के सामने आने के बाद अब ये तो साबित हो गया है कि प्रशासन ने अपना पल्ला झाड़ लिया है. रहवासी लंबे समय से निगम, कलेक्टर को यहां चल रहे अवैध निर्माण और अतिक्रमण की शिकायत तो कर रहे थे लेकिन कोई भी अधिकारी सुन नहीं रहा था. अब हादसे के बाद निगम ने मंदिर ट्रस्ट को निर्माण हटाने का आदेश दिया है. आदेश श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सेवाराम गलानी के नाम पर जारी हुआ है। 

अवैध रूप से बनाया गया मंदिर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्नेह नगर के निवासियों का कहना है कि मंदिर का निर्माण अवैध रुप से किया गया है. मंदिर के ज्यादातर हवन इस बावड़ी के ऊपर ही हुआ करते थे. इसे लेकर पहले भी कई शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. वहीं नेता और प्रशासन दोनों का इस मामले में कहना है कि उन्हें बावड़ी की कोई जानकारी नहीं थी. 

इस वजह से हुआ हादसा
दरअसल बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर के पास एक पुरानी बावड़ी थी. इसके ऊपर लोहे की जाली पर स्लैब डालकर इसे ढंक दिया गया था. अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक बावड़ी 40 से 50 फुट गहरी थी. जिसपर टीन शेड से कमरा बना दिया गया था.

फिलहाल पूरे हादसे को लेकर अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. बावड़ी में जो ऊपरी हिस्सा था, वहां से लोगों को बचा लिया है तो वहीं दूसरी और अब बावड़ी का पानी बड़ी मोटर मशीनों से नगर निगम द्वारा खाली किया जा रहा है. जिसके बाद यदि कोई बावड़ी की याद में समाया होगा तो उसको निकालने का प्रयास रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत किया जा रहा है.

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