Shahdol News: मध्य प्रदेश की एक महिला डीआईजी का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह स्कूली छात्रों को ओजस्वी बच्चा पैदा करने के टिप्स देती नजर आ रही हैं. वायरल वीडियो के बारे में डीआईजी सविता का कहना है कि मेरा उद्देश्य इन दिनों लड़कियों के खिलाफ हो रहे अपराधों के बीच उन्हें सम्मान दिलाना था.
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MP DIG viral video: मध्य प्रदेश की एक महिला डीआईजी का वीडियो वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में जो कहा गया है उसे सुनकर हर कोई हैरान है. दरअसल, वीडियो में मध्य प्रदेश के शहडोल की महिला डीआईजी को ओजस्वी बच्चा बच्चा पैदा करने के टिप्स देते हुए सुना जा सकता है. महिला डीआईजी स्कूली छात्रों को ओजस्वी बच्चा बच्चा पैदा करने के टिप्स देती नजर आ रही हैं. वीडियो देखने के बाद हर कोई हैरान है और कई सवाल भी पूछ रहा है. महिला डीआईजी का नाम सविता सोहाने बताया जा रहा है.
क्या है वायरल हो रहे वीडियो में
वायरल वीडियो में सविता स्कूली बच्चों को पूर्णिमा की रात के बारे में बताती नजर आ रही हैं. सविता स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को ओजस्वी बच्चा पैदा करने के लिए क्या करें और क्या न करें के बारे में सलाह देती नजर आ रही हैं. सविता पूर्णिमा की रात गर्भधारण न करने की सलाह भी देती नजर आ रही हैं. वायरल वीडियो में सविता किशोरों को कई सलाह देती नजर आ रही हैं. वीडियो के वायरल होने से लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं.
ओजस्वी बच्चा पैदा करने के लिए क्या करें?
वीडियो में सविता को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि ओजस्वी संतान प्राप्ति के लिए सूर्य देव को जल चढ़ाएं और उन्हें प्रणाम करें ताकि आप धरती पर एक नया बचपन ला सकें. जब सविता से इस खबर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पिछले साल 4 अक्टूबर को वह एक निजी स्कूल में 'मैं हूं अभिमन्यु' कार्यक्रम को संबोधित करने गई थीं, जहां वह 10वीं से 12वीं कक्षा की छात्राओं को लड़कियों की सुरक्षा के बारे में जागरूक कर रही थीं, जिसका उद्देश्य लड़कियों के प्रति सम्मान बढ़ाना और सुरक्षित माहौल प्रदान करना है.
महिला डीआईजी ने कही ये बात
सविता ने आगे बताया कि वह हर महीने स्कूल में लेक्चर देती हैं. उन्हें धार्मिक ग्रंथ पढ़ना, संतों की बातें सुनना और लेक्चर देना पसंद है. आध्यात्मिक आनंद की तलाश में जो जानकारी मिलती है, उसे वह अपने लेक्चर में शामिल करती हैं. सविता आगे बताती हैं कि 31 साल पहले पुलिस सेवा में आने से पहले वह एक सरकारी स्कूल में लेक्चरर थीं. सविता का कहना है कि वायरल वीडियो में लेक्चर का केवल एक हिस्सा ही प्रसारित किया गया है, उसका संदर्भ हटाकर. उनका उद्देश्य देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के बीच लड़कियों को सशक्त बनाना और उनमें सम्मान पैदा करना था.