इंदौर में मोहन भागवत ने बताया 'संविधान' का अर्थ, कैसे राम, कृष्ण और शिव ने भारत को जोड़ा
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2599977

इंदौर में मोहन भागवत ने बताया 'संविधान' का अर्थ, कैसे राम, कृष्ण और शिव ने भारत को जोड़ा

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश और देश में चल रही संविधान की बहस के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डॉ मोहन भागवत ने संविधान शब्द का अर्थ बताया. उन्होंने कैसे संविधान में राम, कृष्ण और शिव तीनों ही देवता समाहित हैं. 

इंदौर में मोहन भागवत ने बताया 'संविधान' का अर्थ, कैसे राम, कृष्ण और शिव ने भारत को जोड़ा

MP News: देश का संविधान स्व से बना है.. स्व का अर्थ है राम, कृष्ण और शिव. इस तरह राम, कृष्ण, शिव ही भारत को जोड़ते हैं. भले ही हमारी पूजा पद्धतियां बदल गईं, लेकिन हमारा स्व लागू है और इससे कोई इंकार नहीं कर सकता. यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डॉ मोहन भागवत ने कही. वे देवी अहिल्या राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में बोल रहे थे. 

समारोह में डॉ मोहन भागवत ने श्री रामजन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को देवी अहिल्या राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया. इस मौके पर चंपत राय ने कई ज्ञात अज्ञात कारसेवकों, प्रशासकों, अधिकारियों, अधिवक्ताओं और नागरिकों के सहयोग का जिक्र करते हुए कहा कि अयोध्या में श्री राम का मंदिर तो है लेकिन यह भारत के मूंछ का भी मंदिर है. इस कार्य के पूर्ण होने से पूरी दुनिया में भारत और हिंदू समाज की प्रतिष्ठा को चार चांद लगे हैं.

चंपत राय भी रहे मौजूद
श्री अहिल्योत्सव समिति द्वारा पुण्यश्लोका देवी अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयंती वर्ष में देवी अहिल्या राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह आयोजित किया गया. समारोह के मुख्य अतिथि आरएसएस प्रमुख डॉ मोहन भागवत ने श्री रामजन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय को देवी अहिल्या राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया. इस दौरान पूर्व लोकसभा स्पीकर और श्री अहिल्योत्सव समिति की अध्यक्ष, कार्याध्यक्ष अशोक डागा और सचिव शरयू वाघमारे भी मौजूद थे.

क्यों जरूरी था राम मंदिर: मोहन भागवत
डॉ मोहन भागवत ने कहा कि श्री राम मंदिर का संघर्ष इसलिए शुरू नहीं हुआ कि किसी का विरोध करना है. यह यज्ञ था. कुछ लोग पूछते थे कि मंदिर क्यों जरूरी है. रोजगार, गरीबी, स्वास्थ्य, मूलभूत सुविधाओं की बात क्यों नहीं करते. उनसे मैं कहता था कि रोजगार, खुशहाली का रास्ता भी राम मंदिर से होकर जाता है. हमने हमेशा समाजवाद, रोजगार, गरीबी की बात की लेकिन क्या हुआ. हमारे साथ चले जापान, इजरायल आज कहां से कहां पहुंच गए. उन्होंने कहा कि हम रामराज्य की कल्पना करते हैं और अहिल्या बाई होलकर का राज्य रामराज्य जैसा ही रहा.

मध्य प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें MP News और पाएं MP Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी । मध्य प्रदेश  की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news