Reels वाली लड़कियों के लिए Dhirendra Sastri ने कही ये बात, .... बंद नहीं करेंगी तो संस्कृति का बचना मुश्किल!
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Reels वाली लड़कियों के लिए Dhirendra Sastri ने कही ये बात, .... बंद नहीं करेंगी तो संस्कृति का बचना मुश्किल!

Dhirendra Shastri Katha: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हमेशा अपने बयानों को लेकर खूब चर्चा में रहते हैं. उनके वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल होते रहते हैं. अब उनका नया बयान सामने आया है, जो इंदौर में चल रही कथा के दौरान दिया गया है. 

Reels वाली लड़कियों के लिए Dhirendra Sastri ने कही ये बात, .... बंद नहीं करेंगी तो संस्कृति का बचना मुश्किल!

Dhirendra Shastri Video: अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहने वाली बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अब एक नए बयान को लेकर फिर से चर्चाओं में आ गए हैं. दरअसल, आजकल सोशल मीडिया पर Reels यानी शॉर्ट वीडियो बनाने का ट्रेंड काफी बढ़ गया है. हर उम्र की लड़कियां सोशल मीडिया पर रील्स बनाकर शेयर कर रही हैं. इन रील्स को लाखों लोग देखते हैं भी है. कुछ लोगों के लिए यह सोशल मीडिया से पैसे कमाने का जरिया भी बन गया है. हालांकि, धीरेंद्र शास्त्री ने इन लड़कियों को लेकर नया बयान दिया है. 

धीरेंद्र कृष्ण शात्री ने लड़कियों के रील बनाने को 'मुजरा' बता दिया है. उन्होंने यह बात इंदौर में चल रही अपनी कथा के दौरान कही. धीरेंद्र शास्त्री बोले, "वर्तमान में बेटियों में जो कुठाराघात हो रहा है, जब तक हमारे देश की बेटियां अपने अस्तित्व को नहीं समझेंगी और रील पर, मोबाइल पर मुजरा बंद नहीं करेंगी तब तक भारतीय संस्कृति का बचना बहुत मुश्किल है."

आगे क्या बोले धीरेंद्र शास्त्री
धीरेंद्र कृष्ण शात्री ने लड़कियों को आगे शिक्षा देते हुए कहा, "हमारी बहन-बेटियों के रणचंडी बनना होगा, रानी लक्ष्मीबाई के आदर्शों को पढ़ना, समझना होगा और इसका पालन करना होगा. अपने आदर्शों को स्थापित करने के लिए उन्हें जगाना होगा." बागेश्वर सरकार ने कहा- "हम तो साधु हैं, केवल कह सकते हैं, प्रेरणा दे सकते हैं, चलना तो भारत के लोगों को ही पड़ेगा."

इंदौर के नाइट कल्चर पर भी बोले शास्त्री
धीरेंद्र शास्त्री ने इंदौर के नाइट कल्चर को लेकर कहा, 'इंदौर मां अहल्या की नगरी जो भगवान शिव की उपासक थीं. नाइट कल्चर तो निशाचरों की परंपरा है और इंदौर में निशाचर नहीं रहते. इस नाइट कल्चर से संस्कृति भी खराब हो गई, यहां की पवित्रता भी दाग लगेगा और क्राइम भी बढ़ेगा.'

महिलाओं को बताया था 'खाली प्लाट'
धीरेंद्र शास्त्री ने पिछले साल भी एक ऐसा ही बयान दिया है, जिसको लेकर सोशल मीडिया पर काफी बवाल मचा था. उन्होंने  सिंदूर नहीं लगाने वाली महिलाओं को उन्होंने 'खाली प्लॉट' बता दिया था. पंडित शास्त्री ने अपने बयान में कहा था- अगर सिंदूर और मंगलसूत्र शादीशुदा महिला ने नहीं पहना है तो उसे देख हमलोग सोचते है कि अभी प्लॉट खाली है.

 

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