Sweet Potatoes Specialty: ठंड के दिनों में काफा खाया जाने वाला शकरकंद, सकला या कांदा 2 तरह यानी सफेद और लाल रंग का होता है. आइये जानें दोनों की खासियत क्या होती है.
ठंडियों में शकरकंद यानी सकला या कांदा काफी खाया जाता है. लोग इसी तरह-तरह के फ्लेवर और तरीके से खाते हैं. ठंडियों में इसकी आवक भी अच्छी होता है. आमतौर पर इसका लाल रूप ही मिलता है. लेकिन, इसका एक सफेद प्रकार भी बोता है.
सर्दियों में मिलने वाला शकरकंद इस सीजन में बाजार में आसानी से मिल जाता है. शकरकंद के दोनों प्रकार यानी सफेद और लाल सकला एक दूसरे से काफी अलग और स्पेशल बोते हैं. आइये जानते हैं इसके बारे में
लाल या गुलाबी शकरकंद मीठा और स्वादिष्ट होता है. सफेद की तुलना में एक लाला शकरकंद ज्यादा वजन तक हो सकता है. ये जमीन के अंदर तेजी से बढ़ता है. इस कारण ये किसनों के लिए लाभकारी होता है.
सफेद शकरकंद कम मीठा और कम वजनी होता है. हालांकि, इसका छिलका ज्यादा मोटा होता है. सफेद शकरकंद का उत्पादन कम होता है, इसलिए किसान इसके बजाए गुलाबी शकरकंद लगाना पसंद करते हैं.
शकरकंद में फैट-0.07 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट-26 ग्राम, प्रोटीन-2 ग्राम, कैलोरी-112, फाइबर-3.9 ग्राम, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन डी, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, थायमिन, जिंक की अच्छी मात्रा पाई जाती है.
शकरकंद खाने में बेहद स्वादिष्ट होता है. इसके सेहत को कई फायदे हो सकरते हैं. लेकिन, किसी भी चीज को ज्यादा खाना हानिकारक हो सकता है. इस कारण आपको चाहिए की इसका अति सेवन न करें और एक बार डॉक्टर की सलाह भी लें.
शकरकंद का स्वाद मीठा और आलू की तरह होता है. इसके गुण भी काफी हद तक उसकी तरह होते हैं. इस कारण कई लोगों को इसके खाने की मनाही होती है. यहां हम आपको बेसिक अंतर बता रहे हैं. इसे लेकर किसी भी तरह का दावा नहीं कर रहे हैं. अगर आपको किसी तरह की समस्या होती है तो डॉक्टर या डाइटीशियन से सलाह जरूर लें.
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