Karnataka Congress: कर्नाटक कांग्रेस की सोमवार को हुई एक मीटिंग काफी चर्चा में है, बताया जा रहा है कि दो सीनियर नेता सतीश जारकीहोली और लक्ष्मी हेब्बालकर क्रेडिट को लेकर आपस में भिड़ गए. इसी मीटिंग से लौटते समय लक्ष्मी हेब्बालकर की गाड़ी हादसे का शिकार हो गई है.
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Laxmi Hebbalkar: कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस के अंदर गुटबाजी देखने को मिल रही है. सोमवार को कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग के दौरान दो सीनियर नेताओं में जबरदस्त बहस देखने को मिली और आज उन्हीं में एक नेता हादसे का शिकार हो गई हैं. पार्टी कार्यालय भवन के क्रेडिट को लेकर मीटिंग के दौरान लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली और महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर के बीच जबरदस्त लफ्जी जंग देखने को मिली. इसी मीटिंग से लौटते समय मंगलवार को लक्ष्मी हेब्बालकर उनकी गाड़ी हादसे का शिकार हो गई.
कर्नाटक की मंत्री लक्ष्मी हेब्बलकर और एमएलसी चेन्नाराज हट्टीहोली की कार बेलगावी के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें वे मामूली रूप से घायल हो गए. सड़क पर एक कुत्ते से बचने की कोशिश करते समय यह हादसा पेश आया. ड्राइवर ने कंट्रोल खो दिया और कार एक पेड़ से जा टकराई. मंत्री लक्ष्मी हेब्बलकर की पीठ और चेहरे पर मामूली चोटें आईं, जबकि एमएलसी चेन्नाराज हट्टीहोली के सिर पर मामूली चोटें आईं. उनका इलाज चल रहा है. यह घटना आज सुबह 6:00 बजे हुई.
Karnataka Minister Laxmi Hebbalkar and MLC Chennaraj Hattiholi escaped with minor injuries after their car met with an accident near Belagavi. The accident happened while trying to avoid a dog on the road. The driver lost control, and the car hit a tree. Minister Laxmi Hebbalkar…
— ANI (@ANI) January 14, 2025
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इन दिनों कर्नाटक कांग्रेस दो खेमों में बंटी हुई है. एक खेमा का नेतृत्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया कर रहे हैं और दूसरे खेमे का नेतृत्व उनके डिप्टी डी के शिवकुमार कर रहे हैं. जारकीहोली सिद्धारमैया के वफादार हैं, जबकि लक्ष्मी हेब्बालकर शिवकुमार की कट्टर समर्थक हैं. सोमवार को यह जुबानी जंग तब शुरू हुई जब कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष शिवकुमार ने बेलगावी में एक शानदार जिला कार्यालय बनाने के लए लक्ष्मी हेब्बलकर की तारीफ की. जबकि शिवकुमार ने पार्टी के अन्य सीनियर को अपने-अपने जिलों में अपनी जिम्मेदारियों से बचने के लिए आलोचना की.
इसी बीच, जब शिवकुमार बोल रहे थे तो जारकीहोली ने उन्हें रोकते हुए कहा,'आप हेब्बलकर को क्रेडिट दे रहे हैं लेकिन याद रखें मैंने कार्यालय पर 3 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.' जारकीहोली यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि मेरे भाई रमेश, जो अब भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा हैं, ने भी 50 लाख रुपये का योगदान दिया है. इतना सुनने के बाद लक्ष्मी हेब्बलकर काफी गुस्से में नजर आईं और पलटवार करते हुए कहा,'सतीश मेरे भाई की तरह हैं लेकिन मुझे समझ में नहीं आता कि वह हमेशा मुझे क्यों निशाना बनाते हैं. यह इकट्ठे होने और पार्टी को मजबूत करने का वक्त है, आपस में लड़ने का नहीं.'