DNA with Sudhir Chaudhary: KK के दम घुटने का जिम्मेदार कौन, आखिर क्यों थम गया जिंदादिल सिंगर का दिल?
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DNA with Sudhir Chaudhary: KK के दम घुटने का जिम्मेदार कौन, आखिर क्यों थम गया जिंदादिल सिंगर का दिल?

DNA with Sudhir Chaudhary: रंगमंच पर जो कलाकार थोड़ी देर पहले तक नाचते गाते हुए दिख रहा था, वो अचानक रुक गया और उसने सबको अलविदा कह दिया. ऐसी घटनाएं देखकर कई बार जीवन से विश्वास सा उठ जाता है और लगता है जिन्दगी कितनी बेवफा है. ये किसी की सगी नहीं है और मौत हमेशा से वक्त पर पहुंच जाती है. 

DNA with Sudhir Chaudhary: KK के दम घुटने का जिम्मेदार कौन, आखिर क्यों थम गया जिंदादिल सिंगर का दिल?

DNA with Sudhir Chaudhary: अब हम जिन्दगी और मौत की वो खबर आपको दिखाएंगे, जिसकी पूरे देश में चर्चा हो रही है. मशहूर गायक KK मंगलवार रात को कोलकाता के एक Auditorium में सात हजार लोगों के बीच परफॉर्म कर रहे थे. उन्होंने एक के बाद एक 20 गाने गाए. लेकिन इस दौरान उनकी सांस फूलने लगी और उन्हें बेचैनी होने लगी. कंसर्ट खत्म करके वो अपने होटेल गए और वहां जाकर उनकी मौत हो गई. डॉक्टरों का कहना है कि उनकी मौत Heart Attack से हुई है. 53 साल के इस शानदार गायक का जीवन के रंगमंच से अचानक अलविदा कहने का क्या मतलब है, आज हम इसी का विश्लेषण करेंगे.

जीवन मिला है तो मौत भी निश्चित

हिन्दू धर्म में जीवन को क्षणभंगुर माना गया है. यानी ये एक क्षण में समाप्त होने वाला होता है. जबकि मृत्यु एक ऐसा अटल सत्य है, जिससे ना तो छिपा जा सकता है और ना ही टाला जा सकता है. अगर जीवन मिला है तो मौत भी निश्चित ही मिलेगी. लेकिन कई बार इंसान जीवन की भागदौड़ में इस कदर उलझ जाता है कि वो ये सोच ही नहीं पाता कि जीवन भी किसी Live Perfomance के जैसा होता है. इंसान जीवन के इस रंगमंच पर हमेशा रहना चाहता है. लेकिन जो मौत है, वो समय पर आती है और रंगमंच पर खड़े व्यक्ति को अपने साथ ले जाती है. 53 साल के KK के साथ भी ऐसा ही हुआ. 31 मई को KK कोलकाता के नजरूल मंच पर Live Perfomance दे रहे थे.

नज़रूल मंच कोलकाता का सबसे बड़ा सरकारी Auditorium है और कल यहां एक प्राइवेट कॉलेज का कंसर्ट चल रहा था, जिसमें KK को Perform करना था. ये कार्यक्रम शाम करीब पांच बजे शुरू हुआ और KK की स्टेज पर एंट्री 6 बजकर 10 मिनट पर हुई. स्टेज पर आने के बाद उन्होंने गाने गाना शुरू कर दिया और उन्हे देख कर ऐसा बिल्कुल भी नहीं लग रहा था कि वो बीमार हो सकते हैं. आपको ऐसा ही लगेगा कि वो पूरी तरह फिट थे और अपनी Live Perfomance के दौरान खुश नजर आ रहे थे.

कंसर्ट के दौरान तबीयत हुई खराब

हालांकि ऐसा कहा जा रहा है कि आधा घंटा बीतने के बाद उन्हें गाना गाने में तकलीफ महसूस होने लगी और इसके बाद उन्हें लगातार रुमाल से पसीने पोंछते हुए देखा गया. जिस Auditorium में ये कार्यक्रम चल रहा था, वहां लगभग ढाई हजार लोगों के बैठने की क्षमता थी. लेकिन KK की Live Perfomance के दौरान इस Auditorium में लगभग सात हजार लोग घुस आए. जिससे अन्दर काफी भीड़ हो गई और शायद इस वजह से KK का दम घुटने लगा. हालांकि अपनी Perfomance के दौरान उन्होंने किसी से भी ऐसी शिकायत नहीं की, कि उनकी तबियत बिगड़ रही है.

KK ने दो घंटे तक इस कार्यक्रम में परफॉर्म किया और इसके बाद जब उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ गई तो उन्हें उनकी टीम उनके होटल ले गई. उनके आखिरी वीडियो में साफ दिख रहा है कि उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और इस दौरान उन्हें काफी पसीने भी आ रहे थे. KK जिस होटेल में ठहरे हुए थे, वो इस Auditorium से 6 किलोमीटर दूर था और उन्हें होटल में पहुंचने में लगभग 20 मिनट लगे. इसके बाद होटेल में KK की तबियत और बिगड़ गई और ऐसा कहा जा रहा है कि वो अपने कमरे में एक सोफे पर अचानक गिर गए, जिससे उनके सिर और होठों पर चोटें आईं.

KK की मौत से उठे ये सवाल

हालांकि यहां ये सवाल भी उठ रहा है कि, जब KK की तबियत ठीक नहीं थी तो उन्हें सीधे अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया. क्योंकि डॉक्टरों का कहना है कि अगर वो सीधे अस्पताल आते तो शायद कुछ किया जा सकता था. दूसरी बड़ी बात, KK रात के 9 बजे अपने होटल पहुंच गए थे लेकिन उन्हें अस्पताल रात को 10 बजकर 15 मिनट पर लाया गया, जहां डॉक्टरों ने ये बताया कि उनकी मौत उन्हें अस्पताल लाने से पहले ही हो गई थी. यानी इस मामले में लापरवाही की भी आशंका जताई जा रही है और कोलकाता पुलिस ने इस मामले में आप्रकृतिक मौत का मामला भी दर्ज कर लिया है.

इस कंसर्ट में KK ने कुल 20 गाने गाए, जिसमें उनके आखिरी गाने के बोल थे. हम रहे या ना रहें कल, कल याद आएंगे ये पल. KK जब ये गाना गा रहे थे, तब उनका शरीर पसीने से तरबतर था. उनके चेहरे पर अजीब सी चिंता दिख रही थी और ऐसा लग रहा था कि वो इस Live Perfomance को रोक कर कुछ बताना चाहते हैं या उन्हें मदद की जरूरत है. जब वो ये गाना गा रहे थे, तब रात के लगभग साढ़े आठ बज रहे थे और इसके 10 मिनट बाद 8 बजकर 40 मिनट पर वो वहां से अपने होटल के लिए निकल गए.

एकदम फिट दिख रहे थे KK

इसके अलावा हमें कुछ ऐसे Videos भी मिले हैं, जिनमें इस Auditorium में हजारों लोगों की भीड़ दिख रही है और लोग एक दूसरे पर गिरते हुए और मारपीट करते हुए नजर आ रहे हैं. इसके अलावा जो लोग Auditorium में प्रवेश नहीं कर पाए, उन लोगों ने कल पत्थरबाजी भी की थी. ये भी आरोप लग रहे हैं कि, भीड़ ज्यादा होने से इस Auditorium में लगे AC काम नहीं कर रहे थे, जिससे वहां घुटन बढ़ गई और इस माहौल की वजह से KK की तबियत और बिगड़ गई. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वहां Fire Extinguisher का भी इस्तेमाल किया गया था.

KK की उम्र सिर्फ 53 साल थी और उनका पूरा नाम कृष्णकुमार कुन्नथ था. उन्होंने अपने करियर में 500 से ज्यादा हिन्दी गाने गाए. इसके अलावा उन्होंने तेलगू, बांग्ला, कन्नड़ और मलायम भाषा के भी 200 गानों को अपनी आवाज दी. KK ने अपनी आवाज से भारत के करोड़ों लोगों का दिल जीता. लेकिन उनके खुद के दिल ने ही उन्हें धोखा दे दिया. KK को देखकर कोई ये नहीं कह सकता था कि वो बीमार हैं. वो पूरी तरह फिट दिखाई देते थे.

लेकिन जीवन के रंगमंच पर जो कलाकार थोड़ी देर पहले तक नाचते गाते हुए दिख रहा था, वो अचानक रुक गया और उसने सबको अलविदा कह दिया. ऐसी घटनाएं देखकर कई बार जीवन से विश्वास सा उठ जाता है और लगता है जिन्दगी कितनी बेवफा है. ये किसी की सगी नहीं है और मौत हमेशा से वक्त पर पहुंच जाती है. मौत किसी की नहीं सुनती. KK की मौत अनिश्चितताओं से भरे जीवन के बारे में बताती है.

हमारी प्लानिंग से नहीं चलता जीवन

इस बात को आप इस सेल्फी से भी समझ सकते हैं. कोलकाता पुलिस के एक जवान ने कल कंसर्ट से पहले KK के साथ एक सेल्फी ली थी. इस दौरान ना तो KK ने सोचा होगा कि ये उनकी आखिरी सेल्फी होगी और ना ही इस पुलिसकर्मी ने ये कल्पना की होगी कि इस सेल्फी के कुछ देर बाद KK दुनिया को अलविदा कह देंगे. ये घटना बताती है कि जीवन कितना अप्रत्याशित होता है. इंसान अपने जीवन को लेकर लम्बी चौड़ी प्लानिंग करता रहता है. हम सोचते हैं कि आज से कुछ साल बाद हम गाड़ी खरीदेंगे, घर खरीदेंगे या कोई और काम करेंगे. लेकिन जीवन हमारी प्लानिंग के हिसाब से नहीं चलता.

KK की मृत्यु से पहले Instagram पर उनके एक लाख 75 हजार Followers थे. लेकिन उनकी मृत्यु के कुछ ही घंटों में Followers की ये संख्या अचानक से बढ़ कर 3 लाख 26 हजार हो गई है. इससे हमारे देश के लोगों और हमारे समाज के असली चरित्र के बारे में भी पता चलता. हमारे देश में किसी व्यक्ति को तब महत्व दिया जाता है, जब वो इस दुनिया को अलविदा कह देता है.

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