Petrol Diesel Price in Karnataka: बीजेपी पर बहुत हमला बोलती थी कांग्रेस, अब खुद ने चुनाव के बाद बढ़ा दिए तेल के दाम
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Petrol Diesel Price in Karnataka: बीजेपी पर बहुत हमला बोलती थी कांग्रेस, अब खुद ने चुनाव के बाद बढ़ा दिए तेल के दाम

Petrol-Diesel Price: पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के मुताबिक, रिटेल सेल टैक्स बढ़ाने के बाद कर्नाटक में पेट्रोल की कीमत 102.86 रुपये/लीटर और डीजल की कीमत 88.94 रुपये/लीटर हो गई है.

 

 Petrol Diesel Price in Karnataka: बीजेपी पर बहुत हमला बोलती थी कांग्रेस, अब खुद ने चुनाव के बाद बढ़ा दिए तेल के दाम

Petrol-Diesel Price hike in Karnatka: कर्नाटक में आम लोगों और वाहन चालकों को बड़ा झटका लगा है. राज्य सरकार ने शनिवार को ईंधन पर खुदरा बिक्री कर (रिटेल सेल टैक्स) बढ़ा दिया है.  इसके बाद राज्य में पेट्रोल 3 रुपये और डीजल 3.50 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है. नई कीमतें शनिवार दोपहर से लागू हो गई हैं. कर्नाटक सरकार के वित्त विभाग के संयुक्त सचिव नीतीश के. ने तत्काल प्रभाव से लागू होने वाली अधिसूचना जारी की है.

कांग्रेस नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार ने तत्काल प्रभाव से पेट्रोल के लिए राज्य बिक्री दर 25.92 प्रतिशत से बढ़ाकर 29.84 प्रतिशत और डीजल के लिए 14.34 प्रतिशत से 18.44 प्रतिशत कर दिया. पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के मुताबिक, रिटेल सेल टैक्स बढ़ाने के बाद पेट्रोल की कीमत 102.86 रुपये/लीटर और डीजल की कीमत 88.94 रुपये/लीटर है.

Petrol diesel Price Hike: किस राज्य में सबसे ज्यादा हैं तेल के दाम 

इस कदम को मोटे तौर पर कांग्रेस सरकार की पांच गारंटी योजनाओं को फंड करने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है. कांग्रेस की पांच गारंटियों में शक्ति योजना (महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा), गृह ज्योति (200 यूनिट तक मुफ्त बिजली), गृह लक्ष्मी (महिलाओं के लिए नकद प्रोत्साहन), अन्न भाग्य (गरीब परिवारों के लिए मुफ्त राशन) और युवा निधि (स्नातकों के लिए नकद प्रोत्साहन) शामिल हैं. 

वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में सिद्धारमैया सरकार ने वेलफेयर स्कीमों के लिए 1,20,373 करोड़ रुपये की घोषणा की थी. इसमें से 43 प्रतिशत (55,000 करोड़ रुपये) फंड पांच गारंटी योजनाओं के लिए अलग रखे गए थे. गारंटी योजनाओं के फंड की अनुमानित लागत 50,000-60,000 करोड़ रुपये के बीच है.

नई कीमतें शनिवार से लागू

आदेश जारी होने से पहले बेंगलुरु में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 99.84 रुपये थी जो अब बढ़कर 102.84 रुपये प्रति लीटर हो गई है. वहीं, एक लीटर डीजल की कीमत 85.93 रुपये से बढ़कर 89.43 रुपये हो गई है. ग्रामीण इलाकों में दूरी के हिसाब से ईंधन की कीमतें और महंगी होंगी.

कर्नाटक सरकार का यह फैसला लोकसभा चुनाव नतीजों के कुछ दिनों बाद आया है. इसमें एनडीए को कर्नाटक की 28 में से 19 सीटें मिलीं जिसमें भाजपा ने 17 और जद(एस) ने दो सीटें जीतीं. वहीं, कांग्रेस ने नौ सीटें जीती हैं. यह कदम मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा राज्य के राजस्व सृजन और राजकोषीय स्थिति की समीक्षा के बाद उठाया गया है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के पास ही वित्त विभाग भी है. 

भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना

हिमाचल प्रदेश के बाद अब कर्नाटक में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. भाजपा ने कांग्रेस के सिद्धांत की तुलना हाथी के दांत से करते हुए आरोप लगाया कि कर्नाटक राज्य को दिवालिया बनाने के बाद अब कांग्रेस की सरकार अपनी नीतियों के लिए 'जजिया' लगा रही है. 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के फैसले को किसान और आम आदमी विरोधी करार देते हुए कहा कि कांग्रेस महंगाई की शिकायत करती रहती है लेकिन अपने ही राज्यों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ा देती है. पूनावाला ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि ईंधन पर एक्साइज ड्यूटी में कई बार कटौती कर आम जनता को राहत दी जाए. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस है जो कर्नाटक को दिवालिया बनाने के बाद अब अपनी नीतियों के लिए जजिया लगा रही है.

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