Madhya Pradesh Politics: मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी बयानबाजी जारी है. दोनों दल एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर लगातार हमला कर रहे हैं. अब राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने भाजपा की शिकायत सीधे महाकाल से कर दी है.
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Madhya Pradesh Politics: मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी बयानबाजी जारी है. दोनों दल एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर लगातार हमला कर रहे हैं. अब राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने भाजपा की शिकायत सीधे महाकाल से कर दी है. उन्होंने भाजपा की शिकायत को लेकर भगवान को चिट्ठी भी लिखी है. आइये आपको विस्तार से बताते हैं कमलना के इस कदम के बारे में जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है.
कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने राज्य को ‘‘50 प्रतिशत कमीशन नियम’’ से मुक्त करने के लिए भगवान महाकाल से दैवीय हस्तक्षेप की प्रार्थना की. कमलनाथ ने सोमवार को उज्जैन में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन किए. कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने भगवान को पत्र लिखा है. कांग्रेस नेता ने माइक्रोब्लॉगिंक मंच ‘एक्स’(पूर्व में ट्विटर) पर भगवान महाकाल को लिखे पत्र को साझा किया है. उन्होंने पत्र में लिखा, ‘‘ मैं मध्य प्रदेश की समस्त दुखियारी प्रजा की ओर से आपसे अरज करता हूं कि मेरा मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार के दलदल में डूबता जा रहा है. भ्रष्टाचार की जननी पार्टी (भाजपा) के 50 प्रतिशत के कमीशन राज में घोटालों में किसी को नहीं छोड़ा है.’’
पत्र में भगवान महाकाल से लोगों को इस भ्रष्ट शासन से छुटकारा दिलाने, अपराधियों को दंडित करने और सभी का कल्याण सुनिश्चित करने की प्रार्थना की गई. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान महाकाल के निवास स्थान उज्जैन में महाकाल लोक कॉरिडोर के निर्माण में भी 'घोटाला' हुआ. पत्र में कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं के लिए पोषण आहार योजना से लेकर महाकाल लोक के निर्माण तक भ्रष्टाचार फैला है; जो लोग इस अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाते हैं उन पर झूठे मुकदमे लाद दिए जाते हैं और हर तरह से प्रताड़ित किया जाता है. बाद में पत्रकारों से बात करते हुए, कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने भ्रष्ट शासन को समाप्त करने के लिए भगवान महाकाल से प्रार्थना की.
उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जीतेगी और पहली कैबिनेट बैठक उज्जैन में होगी. गौरतलब है कि इंदौर पुलिस ने पिछले हफ्ते ‘‘50 प्रतिशत कमीशन सरकार' पोस्ट पर कांग्रेस नेताओं प्रियंका गांधी वाद्रा, कमलनाथ और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के ‘एक्स’ खातों के ‘संचालकों’ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. मध्य प्रदेश सरकार पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने दावा किया कि कमलनाथ के एक सहयोगी के पास से नौ करोड़ रुपये नकद पाए गए और एक मामला भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) के समक्ष लंबित है.
चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘ कमलनाथ का नाम अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले, तुगलक रोड हवाला मामले, सिख विरोधी दंगों और कई अन्य घोटालों में आया. ऐसा व्यक्ति जिसका जीवन भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है और जिसकी पार्टी के नेता जमानत पर बाहर हैं, ने जाली और नकली पत्र के आधार पर महाकालेश्वर मंदिर जैसे पवित्र स्थान पर एक अनुरोध किया.’’ प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को 'एक्स’ पर पोस्ट करके दावा किया था कि मध्य प्रदेश के ठेकेदारों के एक संघ ने उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर शिकायत की कि उनका भुगतान 50 प्रतिशत कमीशन देने के बाद ही जारी किया जाता है.
एक्स पर जारी एक बयान में इंदौर पुलिस आयुक्त ने कहा था कि स्थानीय भाजपा के कानूनी प्रकोष्ठ के संयोजक निमेश पाठक ने शिकायत की थी कि ज्ञानेंद्र अवस्थी नामक व्यक्ति के नाम से एक फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया है. प्रियंका ने पोस्ट में आरोप लगाया, ‘‘ कर्नाटक में भाजपा की भ्रष्ट सरकार 40 प्रतिशत कमीशन वसूलती थी. मध्य प्रदेश में भाजपा अपने ही भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड को तोड़कर आगे निकल गई है. कर्नाटक की जनता ने 40 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार को हटा दिया, अब मध्य प्रदेश की जनता 50 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार को सत्ता से हटायेगी.'
(एजेंसी इनपुट के साथ)