J&K Police: जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि ड्रग्स सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी चुनौती है और पुलिस आतंकवाद से निपटने की तरह ही इस खतरे से भी निपट रही है.
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J&K News: ड्रग्स तस्करी के खिलाफ जम्मू-कश्मीर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा और बारामूला जिलों के विभिन्न क्षेत्रों से पांच पुलिसकर्मियों, एक राजनीतिक कार्यकर्ता, एक ठेकेदार सहित 17 लोगों को गिरफ्तार करके ड्रग्स तस्करी के बड़े मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है.
एसएसपी कुपवाड़ा युगल मन्हास ने कहा, ‘एक गुप्त सूचना के आधार पर एक पोल्ट्री दुकान के मालिक को उसके घर से कुछ मात्रा में नशीले पदार्थों के साथ गिरफ्तार किया गया था, प्रारंभिक जांच के बाद पता लगा कि गिरफ्तार व्यक्ति एक बड़े समूह का हिस्सा था. उसने ड्रग पेडलर्स और इस जिले के साथ-साथ बारामूला जिले के उरी क्षेत्र से संबंधित उसके कुछ सहयोगियों के नामों का खुलासा किया जो इस अवैध व्यापार में शामिल थे.’
एसएसपी ने कहा, ‘बाद में जिले भर में विभिन्न स्थानों पर छापे मारे गए और पांच जेकेपी-पुलिस, एक राजनीतिक कार्यकर्ता सहित 17 और लोगों को पुलिस की विभिन्न टीमों द्वारा की गई छापामारी में गिरफ्तार किया गया.’
पाकिस्तान का हाथ फिर उजागर
एसएसपी युगल मन्हास ने कहा कि इस ड्रग तस्करी और पेडलिंग मॉड्यूल के भंडाफोड़ ने कश्मीर घाटी में कश्मीरी युवाओं को नष्ट करने के उद्देश्य से ड्रग्स में उलझाने में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के शामिल होने को फिर से उजागर किया है.
एसएसपी ने कहा, ‘इस विशेष मामले में, मूल रूप से केरन का रहने वाला पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हैंडलर शाकिर अली खान ने नियंत्रण रेखा के उस तरफ से अपने बेटे तहमीद खान को ड्रग्स का मुख्य एजेंट बनाया.’
तहमीद कुपवाड़ा ले जाता था ड्रग्स
तहमीद के कबूलनामे और खुलासे पर, 2 किलोग्राम हेरोइन जैसे नशीले पदार्थ के दो पैकेट बरामद किए गए हैं. तहमीद इसे अपने अन्य गिरफ्तार साथियों के बीच बेचने के लिए कुपवाड़ा ले जाता था ताकि मोटी कमाई हो सके. तहमीद के पिता शाकिर अली खान ने पहली बार 1990 के दशक की शुरुआत में आतंकवादी रैंकों में शामिल होने के लिए नियंत्रण रेखा पार की थी.
बताया जाता हैं अवैध हथियारों और गोला-बारूद का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद, शाकिर ने वापस घुसपैठ की और केरन-कुपवाड़ा सेक्टर में कुछ समय के लिए एचएम उग्रवादियों में से एक बना रहा. सुरक्षाबलों की गर्मी को महसूस करते हुए, शाकिर ने फिर से नियंत्रण रेखा पार की और पीओके में बेठ गया. अब वह एक आतंकवादी आका बन चुका है जो कश्मीर घाटी में हथियार, गोला-बारूद और ड्रग्स भेजने में शामिल है.
‘ड्रग्स सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी चुनौती’
जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि ड्रग्स सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी चुनौती है और पुलिस आतंकवाद से निपटने की तरह ही इस खतरे से भी निपट रही है और जो भी इस रैकेट में शामिल पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, ‘ इस कारोबार में कोई भी शामिल हो उससे से सख्ती से निपटा जाएगा चाहे वो पुलिस वाला ही क्यों ना हो बल्कि उससे और सख्ती से निपटा जाएगा.’
इससे पहले कल ही पुलिस ने कुपवाड़ा जिले में ही आतंकवादियो के 5 सहयोगियों को गिरफ्तार करके हिजबुल मुजाहिदीन आतंकवादी संगठन के एक प्रमुख मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था. पुलिस ने इन आतंकियों के पास से एके 47 राइफल, 2 पिस्टल, 7 ग्रेनेड, अन्य गोला बारूद और नकदी बरामद की है.
दोनों मामलों में जांच अभी भी जारी है और पुलिस को दोनों मामलों में और गिरफ्तारियां और बरामदगी की उम्मीद है.
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