Indian Railways: यात्री सूचना प्रणाली में गलत जानकारी डालना अफसरों को पड़ेगा भारी, रेलवे उठाने जा रहा ये कदम
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Indian Railways: यात्री सूचना प्रणाली में गलत जानकारी डालना अफसरों को पड़ेगा भारी, रेलवे उठाने जा रहा ये कदम

Indian Railways New Order on NTES System: स्टेशन के प्लेटफार्म पर खड़े होकर आप भी कई बार वहां लगे सूचना बोर्ड की गलत जानकारी का शिकार हुए होंगे लेकि अब ऐसा करना अफसरों को भारी पड़ने जा रहा है.

 

Indian Railways: यात्री सूचना प्रणाली में गलत जानकारी डालना अफसरों को पड़ेगा भारी, रेलवे उठाने जा रहा ये कदम

What is Information System of Railways: रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्मों पर लगे सूचना बोर्ड ट्रेनों के आवागमन, प्रस्थान और कैंसलेशन से जुड़ी अहम जानकारियां यात्रियों को देते रहते हैं. लेकिन अक्सर इन बोर्डों पर गलत जानकारी डिसप्ले होने की शिकायतें भी आती रही हैं, जिससे वहां खड़े यात्रियों को भारी परेशानी होती है. अब इस तरह की शिकायतों को देखते हुए भारतीय रेलवे ने कड़ा कदम उठाया है. रेलवे बोर्ड ने आदेश दिया है कि यात्री सूचना प्रणाली में ट्रेन की गलत जानकारी देने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए. 

रेलवे बोर्ड ने जारी किया सर्कुलर

रेलवे बोर्ड ने देशभर में रेलवे के सभी 17 जोन के अधिकारियों को सर्कुलर जारी किया है. इस सर्कुलर में उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है, जो रेलगाड़ियों के परिचालन के संबंध में यात्री सूचना प्रणाली में डेटा अपडेट नहीं करते या गलत जानकारी देते हैं. जिससे यात्रियों को असुविधा होती है. 

रेलवे बोर्ड ने 27 सितंबर को सभी 17 जोन को लिखे पत्र में कहा है कि ये यात्री सूचना प्रणालियां यात्रियों और रेलवे के बीच एक महत्वपूर्ण संवाद मंच के रूप में काम करती हैं. ऐसे में ट्रेन संबंधी जानकारी की विश्वसनीयता बहुत महत्वपूर्ण है और प्रदर्शित की जाने वाली जानकारी में कोई भी कमी/त्रुटि यात्रियों के लिए असुविधा पैदा करती है. इसलिए यह बहुत जरूरी है कि ऐसी प्रणालियों पर प्रदर्शित प्रत्येक ट्रेन की जानकारी सही और विश्वसनीय हो.’

रेलवे प्रणाली पर दी जाएं सही सूचनाएं

पत्र में कहा गया है, ‘उपरोक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए सीआरबी (अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड) और सीईओ रेलवे बोर्ड ने इच्छा व्यक्त की है कि रेलवे द्वारा ऐसी प्रणालियों पर ट्रेन की जानकारी का सही और विश्वसनीय प्रदर्शन सुनिश्चित करने के लिए उचित महत्व दिया जाना चाहिए.’

इसमें कहा गया है, ‘इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी यात्री सूचना प्रणालियों को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ राष्ट्रीय ट्रेन पूछताछ प्रणाली के साथ एकीकृत किया जाना चाहिए ताकि ट्रेनों के बारे में जानकारी स्टेशन पर बिल्कुल सही मिले.’ 

कैसे काम करती है NTES वेबसाइट?

बोर्ड ने सभी जोन अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि स्टेशनों पर लगाए गए यात्री सूचना डिस्प्ले बोर्डों को राष्ट्रीय रेलगाड़ी पूछताछ प्रणाली (NTES) के साथ एकीकृत किया जाए. ऐसा करने से यात्रियों को रेलगाड़ियों के परिचालन की सटीक और विश्वसनीय जानकारी मिल सकेगी.

NTES वेबसाइट अन्य जानकारी के अलावा ट्रेन की वास्तविक स्थिति की जानकारी देती है. इसके अलावा, प्लेटफॉर्म पर लगे ‘ट्रेन संकेतक बोर्ड’ पर ट्रेन नंबर, उनके नाम और डिब्बों के सटीक स्थान की सूचना दी जाती है. 

(एजेंसी भाषा)

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