India-China LAC: सीमा विवाद सुलझाने पर 10 घंटे चला राउंड-19, भारत ने चीन से कह दी ये बात
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India-China LAC: सीमा विवाद सुलझाने पर 10 घंटे चला राउंड-19, भारत ने चीन से कह दी ये बात

Galwan Clash: सैन्य सूत्रों के अनुसार, यह बातचीत लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के पास भारतीय क्षेत्र में चुशुल-मोल्डो में हुई. उन्होंने बताया कि सैन्य वार्ता सुबह करीब साढ़े नौ बजे शुरू हुई और करीब 10 घंटे तक चली.

India-China LAC: सीमा विवाद सुलझाने पर 10 घंटे चला राउंड-19,  भारत ने चीन से कह दी ये बात

India-China LAC Issue: LAC विवाद सुलझाने के लिए भारत और चीन के बीच सोमवार को लंबी वार्ता चली. नए दौर की सैन्य वार्ता में भारत ने पूर्वी लद्दाख में टकराव वाली बाकी जगहों से सैनिकों को जल्द हटाने को कहा.यह जानकारी सूत्रों ने दी है.

सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने बताया कि कोर कमांडर लेवल की 19वें दौर की वार्ता में इंडियन डेलिगेशन  ने देपसांग मैदान और डेमचोक से जुड़े मुद्दों के समाधान पर खासतौर से जोर दिया.

चुशुल-मोल्डो में हुई चर्चा

सैन्य सूत्रों के अनुसार, यह बातचीत लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के पास भारतीय क्षेत्र में चुशुल-मोल्डो में हुई. उन्होंने बताया कि सैन्य वार्ता सुबह करीब साढ़े नौ बजे शुरू हुई और करीब 10 घंटे तक चली. वार्ता के बारे में अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. समझा जाता है कि कोर कमांडर लेवल वार्ता से एक दिन पहले रविवार को दोनों ओर के स्थानीय सैन्य कमांडरों ने बातचीत की थी.

पूर्वी लद्दाख में कुछ पॉइंट्स पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच तीन साल से ज्यादा समय से गतिरोध बना हुआ है. हालांकि दोनों पक्षों ने कई राउंड की राजनयिक और सैन्य वार्ता के बाद कई जगहों से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है.

इंडियन डेलिगेशन की अगुआई 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रशीम बाली ने की. इस कोर का हेडक्वॉर्टर लेह में है. चीनी डेलिगेशन की अगुआई  दक्षिण शिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर ने किया.

इससे पहले 23 अप्रैल को 18वें दौर की सैन्य वार्ता हुई थी जिसमें भारतीय पक्ष ने देपसांग और डेमचोक के लंबित मुद्दों पर जोर दिया था. दोनों देशों के बीच 19वें दौर की सैन्य वार्ता दक्षिण अफ्रीका में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से एक हफ्ते पहले हुई. ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग भाग लेंगे.

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने 24 जुलाई को जोहानिसबर्ग में पांच देशों के समूह ब्रिक्स की बैठक के दौरान शीर्ष चीनी राजनयिक वांग यी से मुलाकात की थी.

'कमजोर हुए संबंध'

बैठक के मामले में अपने बयान में विदेश मंत्रालय ने कहा था कि डोभाल ने यह बताया कि 2020 से भारत-चीन सीमा के पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति से सामरिक विश्वास खत्म हुआ है और संबंध कमजोर हुए हैं.

भारत लगातार कहता रहा है कि जब तक सीमावर्ती इलाकों में शांति कायम नहीं होती, चीन के साथ उसके संबंध सामान्य नहीं हो सकते. पैंगोंग झील क्षेत्र में हिंसक झड़प के बाद पांच मई, 2020 को पूर्वी लद्दाख सीमा पर गतिरोध शुरू हो गया था. गलवान घाटी में जून 2020 में हुई झड़प के बाद दोनों देशों के संबंध काफी प्रभावित हुए.

(इनपुट-पीटीआई)

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