DNA: हिमाचल में मस्जिदों का विरोध या मुसलमानों का? आखिर असली मुद्दा क्या है
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DNA: हिमाचल में मस्जिदों का विरोध या मुसलमानों का? आखिर असली मुद्दा क्या है

Mosques and Muslims: हिमाचल प्रदेश में बाहरी लोग या प्रवासी तेजी से बढ़े हैं..ये तथ्य राज्य में registered प्रवासियों के आंकड़ों से भी पता चलता है. हिमाचल के हमीरपुर में 22603 प्रवासी हैं...सिरमौर में 21510 प्रवासियों की जानकारी है.

DNA: हिमाचल में मस्जिदों का विरोध या मुसलमानों का? आखिर असली मुद्दा क्या है

Himachal Pradesh News: यूपी में योगी ने ज्ञानवापी को लेकर अपना मत क्लियर कर दिया तो हिमाचल प्रदेश में शिमला की अवैध मस्जिद से शुरु हुआ विवाद आगे बढ़ता जा रहा है. शिमला और मंडी की ही तरह अब कुल्लू में भी लोग सड़कों पर निकल आए हैं. कुल्लू में आम जनता के साथ ही साथ साधु संत भी प्रदर्शनों में शामिल हुए...नारेबाजी करने वाली इस भीड़ में हर जुबान पर बस एक ही मांग थी. हिमाचल में बाहर से आने वाले लोगों को ना बसने दिया जाए. लव जेहाद और आतंकवाद के खतरे से हिमाचल को बचाया जाए.

एक बड़ा सवाल उठ रहा है

असल में शहर शहर हो रहे है इन विरोध प्रदर्शनों की वजह से एक बड़ा सवाल भी उठ रहा है...आखिर प्रदर्शनों का मकसद क्या है...क्या विरोध प्रदर्शन का मकसद मस्जिदों का अवैध निर्माण रोकना है...क्या विरोध की वजह बाहरी लोग हैं या फिर हिमाचल में ये आक्रोश...मुसलमानों के खिलाफ है ?

प्रदर्शनकारियों के हाथों में थमी ये तख्तियां बता रही हैं कि हिमाचल में लोगों का गुस्सा किस पर फूटा है...और क्यों फूटा है ?..आखिर वो कौन से हालात हैं..जिसका डर हिमाचलियों को सता रहा है. पहले शिमला...फिर मंडी..और अब कुल्लू...हिमाचल में मुद्दा सिर्फ अवैध मस्जिदें नहीं हैं...मुद्दा है हिमाचल में बाहरियों का कब्जा...मुद्दा है अवैध घुसपैठ...मुद्दा है...काम के बहाने हिमाचल आकर बाहरियों के बस जाने का...हिमाचल के लोगों को लग रहा है कि बाहरी लोग..हिमाचल के समाज और कानून व्यवस्था..दोनों के लिए खतरा बन चुके हैं...

बाहरी लोग बर्दाश्त नहीं किये जाएंगे?

ये भजन कीर्तन भी अपना विरोध जताने का एक तरीका है...और ये बताने का कि हिमाचल में अब बाहरी लोग बर्दाश्त नहीं किये जाएंगे...इसलिए लोग धरने दे रहे हैं..कीर्तन कर रहे हैं..इस उम्मीद के साथ कि हिमाचल सरकार की नींद टूटेगी..और उसे हिमाचल में हिमाचल के लोगों की फिक्र...उनका डर दिखेगा...लोग सुक्खू सरकार की मुस्लिम तुष्टिकरण वाली नीति से भी नाराज है...

तख्तियों पर...नारों में, नाम बाहरी लोगों का है...लेकिन आखिर ये बाहरी हैं कौन ? क्या हिमाचल के लोगों को हर बाहरी से बैर है..या ये गुस्सा किसी खास समुदाय से है..क्योंकि लोग कह रहे हैं कि बाहरी आकर हिमाचल की डेमोग्राफी बदल रहे हैं. हिमाचल में एक साथ अलग अलग शहरों में अवैध मस्जिदों, जेहादी तत्वों और बाहरी लोगों के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं...इसे इत्तेफाक नहीं माना जा सकता...ये लंबे समय से लोगों के अंदर दबा मुद्दा था...जिसे सिंजौली की मस्जिद ने बाहर निकलने का मौका दे दिया.

बाहरी लोग या प्रवासी तेजी से बढ़े

हिमाचल प्रदेश में बाहरी लोग या प्रवासी तेजी से बढ़े हैं..ये तथ्य राज्य में registered प्रवासियों के आंकड़ों से भी पता चलता है. हिमाचल के हमीरपुर में 22603 प्रवासी हैं...सिरमौर में 21510 प्रवासियों की जानकारी है...शिमला में 14082 प्रवासियों का पंजीकरण है...मंडी में 17241 प्रवासी हैं...कुल्लू में 5411 प्रवासी हैं...अगर पूरे हिमाचल की बात की जाए तो राज्य में 1 लाख 42 हजार से ज्यादा प्रवासी हैं.

हिमाचल प्रदेश की कुल आबादी तकरीबन 80 लाख है...जिनमें से 1 लाख 42 हजार पंजीकृत आवासी हैं...इसके बाद भी लोग वेरिफिकेशन ड्राइव चलाने...बाहरी लोगों की पहचान करने की मांग कर रहे हैं...ये इशारा देता है कि हिमाचल प्रदेश में बाहरी लोगों की संख्या ज्यादा भी हो सकती है. \

ब्यूरो रिपोर्ट, ज़ी मीडिया

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