बिहार में रिकॉर्ड तोड़ रही गर्मी, बेहोश हुई 48 स्कूली छात्राएं , हॉस्पिटल में कराना पड़ा भर्ती
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बिहार में रिकॉर्ड तोड़ रही गर्मी, बेहोश हुई 48 स्कूली छात्राएं , हॉस्पिटल में कराना पड़ा भर्ती

Heat Wave In Bihar :  देशभर में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है. तापमान ने पिछले 100 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. कई राज्यों के स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां हैं लेकिन बिहार में अभी भी पढ़ाई चल रही है. इसी दौरान बुधवार ( 29 मई ) बिहार के बेगूसराय और शेखपुरा में 40 से ज्यादा स्कूली छात्राएं बेहोश होकर क्लास रूम में गिर गईं.

 

Heat Wave In Bihar

Bihar :  बिहार में चिलचिलाती धूप और हीट वेव के कहर के बीच सरकारी स्कूल खुले हुए हैं. बता दें, कि बिहार के कई शहरों में तापमान 45 डिग्री के पार चला गया है. वहीं औरंगाबाद जिले में तो पारा 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. वहीं, इस भीषण गर्मी के बीच भी बिहार के सरकारी स्कूल खुले हुए हैं. ऐसे में गर्मी की वजह से स्कूली बच्चे रह रहकर बेहोश हो रहे हैं तो टीचर भी गर्मी से परेशान हैं. जानकारी के अनुसार बिहार के अलग-अलग जिलों के सरकारी स्कूलों में भीषण गर्मी के कारण अब तक करीब 48 छात्राएं बेहोश हो गई हैं, जिनका इलाज जारी है.

शेखपुरा के एक स्कूल में भीषण गर्मी की वजह से छात्राओं की तबीयत इतनी बिगड़ गई कि उन्हें तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा. 
भीषण गर्मी की वजह से शेखपुरा जिले के अरियरी प्रखंड अंतर्गत मनकौल उत्क्रमित मध्य विद्यालय समेत कई स्कूलों में छात्राएं बेहोश हो गईं. प्रचंड गर्मी की वजह से कुछ छात्राएं प्रार्थना के दौरान और कुछ छात्राएं क्लासरूम में बेहोश हो गईं. 

हॉस्पिटल में कराया भर्ती 

छात्राओं के बेहोश होने पर शिक्षकों में भी अफरा तफरी मच गई, जबकि छात्राओं के परिवार वालों को जब इसकी सूचना मिली तो वह भी स्कूल में पहुंच गए. बाद में छात्राओं को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया.

बता दें, गया सहित पूरा बिहार इन दिनों लू की चपेट में है. बिहार में भीषण गर्मी ने इस बार का 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. गया, औरंगाबाद और अरवल जिले में सबसे ज्यादा तापमान रिकार्ड दर्ज किया गया है. 

तेजस्वी यादव ने उठाया सवाल 

घटना के बाद तेजस्वी यादव का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि बिहार में लोकतंत्र नहीं रह गया है, सरकार नहीं रह गई है, केवल बब्यूरोक्रेसी रह गई है. अफसरशाही चरण सीमा पर है. 

तेजस्वी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री की बात भी स्कूल के टाइमिंग को लेकर नहीं सुनी जाती, आप समझ जाइए क्या स्थिति है. मुख्यमंत्री इतना कमजोर क्यों हो गए हैं ? 47 डिग्री टेंपरेचर है. इस हिसाब से जो छोटे बच्चे हैं उनके रिलैक्सेशन का ध्यान लोगों को देना चाहिए. यह तो कोई भी एडवाइस करता है. डॉक्टर कहते हैं,  इंफ्रास्ट्रक्चर में बिहार के स्कूलों का उस हिसाब का नहीं है ताकि स्कूल जाएंगे सुरक्षित रहेंगे. वह भी देखने वाली बात है, इस हालत में मुख्यमंत्री तो कुछ नहीं कर पा रहे है, तो साफ दिख रहा है मुख्यमंत्री को लोगों ने घेर रखा है और उनके हाथ में कुछ नहीं है. 

48 डिग्री पार कर गया तापमान
 
बता दें, सबसे ज्यादा तापमान बिहार के औरंगाबाद जिले में देखने को मिला यहां 48 डिग्री के करीब तापमान पहुंच गया वहीं अरवल में 46.9 और गया में 46.8 डिग्री तापमान पहुंच गया है. गया की बात करें तो गया में 1970 में 14 मई को 47.01 डिग्री तापमान पहुंचा था जहां इस बार गया में यह तापमान इसके करीब पहुच गया है, दिन हो या रात दोनों समय में ही लोग गर्मी से परेशान दिख रहे हैं सूर्य की तेज किरणे लोगों के शरीर को झुलसा दे रही है.

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