Delhi Fire: दिल्ली के अलीपुर में मौत का तांडव, पेंट फैक्टरी में आग से 11 जिंदा जले; मृतकों की पहचान भी न हो सकी
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Delhi Fire: दिल्ली के अलीपुर में मौत का तांडव, पेंट फैक्टरी में आग से 11 जिंदा जले; मृतकों की पहचान भी न हो सकी

Alipur Fire News: दिल्ली के अलीपुर की एक पेंट फैक्ट्री में आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई. फायर ब्रिगेड के एक अधिकारी ने बताया कि अलीपुर के दयालपुर मार्केट स्थित कारखाने के परिसर से कई लोगों के जले शव बरामद किए गए. मृतकों की पहचान तक नहीं हो सकी है.

Delhi Fire: दिल्ली के अलीपुर में मौत का तांडव, पेंट फैक्टरी में आग से 11 जिंदा जले; मृतकों की पहचान भी न हो सकी

Fire in Delhi: बाहरी दिल्ली के अलीपुर स्थित पेंट और केमिकल गोदामों में गुरुवार शाम भीषण आग लगने से 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. इसी हादसे में 4 घायल हो गए. फैक्टरी से उठा धुएं का गुबार कई किलोमीटर तक देखा गया. मौका ए वारदात का मंजर इतना भयानक था कि देखने वालों की रूह कांप गई.मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने दयालपुर मार्केट स्थित कारखाने के परिसर से लोगों के जले हुए शव बरामद करने के बाद कहा था कि हादसा बड़ा भयानक है. मृतकों को बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले जाया गया है. वहीं 4 घायलों का राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में इलाज चल रहा है. उनकी हालत स्थिर बनी हुई है. वहीं अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है.

सर्च ऑपरेशन जारी

दिल्ली में कल अलीपुर में एक पेंट फैक्ट्री में आग लगने से 11 लोगों की मौत के बाद तलाशी अभियान जारी है. दिल्ली फायर सर्विसेज के निदेशक अतुल गर्ग के अनुसार, 2 और लोगों के फंसे होने की संभावना है. 

साल दर साल वही सवाल - किस वजह से फैक्ट्री में हुआ हादसा?

लापरवाही का जिम्मेदार कौन ?

फैक्ट्री में नहीं थे सुरक्षा के इंतजाम ? 

लास्ट फायर मॉक ड्रिल कब हुई थी ?

फैक्ट्री का लास्ट फायर ऑडिट कब हुआ था ?

फैक्ट्री का मालिक और फैक्ट्री का मैनेजमेंट कहां है ? 

रेस्क्यू ऑपरेशन में इतना वक्त क्यों ?

प्रशासन आपात स्थिति के लिए नहीं था तैयार ?

पिछले हादसों से क्यों नहीं लिया सबक ?

पुलिस-प्रशासन अब आगे क्या कर रहा है ?

फैक्ट्री मालिक के खिलाफ पुलिस ने क्या एक्शन लिया ?

मृतकों की पहचान करना मुश्किल

पुलिस के मुताबिक, कारखाने में विस्फोट के बाद आग लगी. जो फैल गई. ज्यादातर मृतकों की पहचान करना मुश्किल है क्योंकि शरीर पूरा जल चुका है. अब डीएनए सैंपल के जरिए मृतकों की पहचान की जाएगी. मरने वाले सभी फैक्टरी के मजदूर हैं. आग लगने के बाद वहां काम करने वाले मजदूर ही आग बुझाने में जुटे थे. तभी वहां रखा केमिकल ड्रम, जिससे पेंट बनाया जाता है, फट गया जिससे आग ने विकराल रूप धारण किया और लोगों को बचने का मौका तक नहीं मिला.

दिल्ली में लगातार सामने आ रही ऐसी घटनाएं

नए साल में राजधानी में आग लगने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. या फिर ये कहना भी गलत नहीं होगा कि दिल्ली में ऐसे मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. 20 जनवरी को पीतमपुरा में भी आग के कारण 6 लोगों की मौत हो गई थी. 27 जनवरी को शाहदरा में आग लगने से चार लोगों ने दम तोड़ दिया था. 29 जनवरी की रात वजीराबाद स्थित पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में आग लग गई, जिसमें करीब 200 फोर व्हीलर और 250 टू व्हीलर वाहन जलकर कबाड़ में तब्दील हो गए थे. इस महीने की बात करें को 10 फरवरी को दिल्ली के गांधी नगर स्थित फर्नीचर मार्केट में आग गई थी. वहीं 11 फरवरी को अलीपुर की एक जूता फैक्टरी में आग लग गई थी. 

(इनपुट : ANI)

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