Inspirational Thoughts: प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन में कभी हार न मानें. उन्होंने कहा, "सड़क पर आया मोड़, सड़क का अंत नहीं होता."
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Inspirational Thoughts: प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन में कभी हार न मानें. उन्होंने कहा, "सड़क पर आया मोड़, सड़क का अंत नहीं होता." दिल्ली छावनी में आयोजित ‘राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी)’ शिविर में उन्होंने कैडेट्स और अधिकारियों को संबोधित करते हुए यह विचार साझा किए.
2047 तक विकसित भारत का सपना
जनरल चौहान ने कहा कि भारत 2047 तक विकसित देश बनने का सपना देख रहा है. इस लक्ष्य को हासिल करने में युवाओं की भूमिका सबसे अहम होगी. उन्होंने कहा, "युवा समाज का लघु रूप हैं और वे देश को रफ्तार देंगे, जबकि वरिष्ठ नेतृत्व उसे दिशा प्रदान करेगा."
एनसीसी शिविर में कैडेट्स की भागीदारी
यह शिविर तीन दिसंबर से शुरू हुआ और इसमें देशभर के 2,361 एनसीसी कैडेट्स हिस्सा ले रहे हैं. इनमें 917 बालिका कैडेट्स शामिल हैं, जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है. इसके अलावा, 114 कैडेट्स जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से तथा 178 कैडेट्स पूर्वोत्तर क्षेत्र से आए हैं.
मेहनत और किस्मत का महत्व
सीडीएस ने युवाओं को बताया कि किस्मत और सफलता पहले से तय नहीं होती. उन्होंने कहा, "किस्मत संयोग से नहीं, बल्कि आपकी पसंद और मेहनत से बनती है. सफलता के लिए कड़ी मेहनत जरूरी है." उन्होंने युवाओं को जीवन के उतार-चढ़ाव का सामना धैर्य और दृढ़ता से करने की सलाह दी.
प्रेरणादायक कविताओं का जिक्र
अपने संबोधन में जनरल चौहान ने रुडयार्ड किपलिंग की कविता 'इफ' की पंक्तियों का जिक्र किया और सोहनलाल द्विवेदी की कविता 'कोशिश करने वालों की हार नहीं होती' सुनाई. उन्होंने कहा, "यह कविता हमें सिखाती है कि प्रयास करने वालों की कभी हार नहीं होती."
त्योहारों और सेना दिवस का महत्व
जनरल चौहान ने जनवरी को त्योहारों का महीना बताते हुए भूतपूर्व सैनिक दिवस, सेना दिवस, गणतंत्र दिवस और एनसीसी की प्रधानमंत्री रैली का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि यह सब दर्शाता है कि किसी भी देश का भविष्य उसके युवाओं पर निर्भर करता है.
नए भारत के निर्माण में युवाओं की भूमिका
सीडीएस ने युवाओं से आग्रह किया कि वे नए भारत के निर्माण में अपनी पूरी ऊर्जा लगाएं. उन्होंने कहा, "आप देश के भविष्य हैं और 2047 का विकसित भारत आपका सपना और लक्ष्य होना चाहिए."
सीडीएस का संदेश.. कभी हार न मानें
अपने संबोधन के अंत में जनरल चौहान ने युवाओं को संदेश दिया, "जीवन में चाहे कितने भी उतार-चढ़ाव आएं, कभी हार मत मानें. कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती."
यह संदेश क्यों महत्वपूर्ण है?
सीडीएस जनरल अनिल चौहान के विचार न केवल युवाओं को प्रेरित करते हैं, बल्कि उन्हें यह समझाते हैं कि मेहनत, आत्मविश्वास और धैर्य से हर चुनौती को पार किया जा सकता है. उनका संदेश आज के युवाओं के लिए नई ऊर्जा और दिशा प्रदान करता है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)