BJP का 'भ्रष्ट' कार्यकाल खत्म! कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा का गोमूत्र से किया 'शुद्धिकरण'
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BJP का 'भ्रष्ट' कार्यकाल खत्म! कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा का गोमूत्र से किया 'शुद्धिकरण'

Karnataka Politics: कर्नाटक में कांग्रेस की भारी मतों से जीत अब भी सुर्खियों में बनी हुई है. राज्य में सत्ता में आने के बाद से कांग्रेस ने भाजपा पर हमला और तेज कर दिया है. कांग्रेस ने भाजपा को भ्रष्ट बताते हुए आज सोमवार को विधानसभा को गोमूत्र से शुद्ध किया.

BJP का 'भ्रष्ट' कार्यकाल खत्म! कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा का गोमूत्र से किया 'शुद्धिकरण'

Karnataka Politics: कर्नाटक में कांग्रेस की भारी मतों से जीत अब भी सुर्खियों में बनी हुई है. राज्य में सत्ता में आने के बाद से कांग्रेस ने भाजपा पर हमला और तेज कर दिया है. कांग्रेस ने भाजपा को भ्रष्ट बताते हुए आज सोमवार को विधानसभा को गोमूत्र से शुद्ध किया. सिद्धारमैया के कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने "भ्रष्ट भाजपा शासन समाप्त होने के बाद विधानसभा के परिसर को गोमूत्र से साफ और शुद्ध" किया.

बता दें कि कर्नाटक के मौजूदा डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने जनवरी में चुनावी अभियान के दौरान भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा था कि विधान सौध (विधानसभा) को गोमूत्र से "शुद्ध" करने का समय आ गया है.

शिवकुमार ने कहा था कि हम विधान सौध को साफ करने के लिए कुछ विवरण लेकर आएंगे. मेरे पास शुद्धिकरण के लिए कुछ गंजला (गोमूत्र) भी है. शिवकुमार ने आरोप लगाया कि विधानसभा भाजपा के शासन के दौरान भ्रष्टाचार से प्रदूषित हुई थी.

5 मई को चुनाव से कुछ दिन पहले कर्नाटक कांग्रेस एक द्विभाषी 'भ्रष्टाचार दर कार्ड' लेकर आई, जिसमें तत्कालीन सत्तारूढ़ भाजपा सरकार द्वारा किए गए विभिन्न 'घोटालों' की ओर इशारा किया गया था. 'भ्रष्टाचार दर कार्ड' अंग्रेजी और कन्नड़ दोनों में जारी किया गया था और तत्कालीन विपक्षी दल ने आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने राज्य में सत्ता में रहते हुए 1,50,000 करोड़ रुपये लूटे थे.

कांग्रेस ने 'भ्रष्टाचार दर कार्ड' में कहा कि मुख्यमंत्री पद पर 2500 करोड़ रुपये और मंत्री पद पर 500 करोड़ रुपये खर्च होते हैं. इतना ही नहीं कांग्रेस ने बीजेपी की 'डबल इंजन सरकार' को 'ट्रबल इंजन सरकार' बताया था. साथ ही रेट कार्ड पर कमीशन का भी जिक्र किया गया था. जिसमें लिखा था कि सरकार अलग डील की मांग करती है. यह म्यूट अनुदान के लिए 30 प्रतिशत कमीशन के साथ शुरू होता है, सड़क अनुबंधों के लिए 40 प्रतिशत और कोविड-19 आपूर्ति के लिए 75 प्रतिशत तक जाता है.

कर्नाटक में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में 135 सीटें जीतने के बाद सिद्धारमैया ने दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उनके साथ कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख डीके शिवकुमार ने उनके डिप्टी के रूप में शपथ ली. सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के अलावा कम से कम आठ अन्य कांग्रेस नेताओं ने शनिवार को कर्नाटक में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. पार्टी को अभी 24 अन्य मंत्रियों का चयन करना है.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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