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Grah Goghar: ज्योतिष शास्त्र की मानें तो किसी भी जातक की कुंडली में नवग्रहों का विशेष महत्व है. ऐसे में कुंडली के नवग्रहों में से एक मंगल देव को ग्रहों के सेनापति का दर्जा दिया गया है और इसे क्रुर ग्रह की श्रेणी में रखा गया है. ऐसे में मंगल का गोचर हर राशि पर अपना-अपना प्रभाव डालता है. ऐसे में किसी भी ग्रह के गोचर के समय कई तरह के योग का निर्माण होता है जो अलग-अलग राशि के जातकों के लिए या तो शुभ होता है या अशुभ. ऐसे में मंगल अभी 18 सितंबर तर कन्या राशि में रहेंगे.
बता दें कि मंगल के इस गोचर करने और उसके प्रभाव की वजह से कन्या राशि में विपरीत राजयोग का निर्माण हुआ है. जो 12 में से तीन राशियों के लिए बेहद शुभ है. ऐसे में 16 दिन और इन राशियों की बल्ले-बल्ले ग्रहों के सेनापति मंगल अपनी कृपा से करानेवाले हैं. वैसे विपरीत राजयोग के बारे में बता दें कि जब कुंडली के 6ठे, 8वें और 12वें भाव के स्वामी किसी के साथ संबंध बनाते हैं या गोचर करते हैं तो इस योग का निर्माण होता है. ऐसे में विपरीत राजयोग जातक को धन संपत्ति, वाहन आदि का सुख प्रदान करता है. यह बहुत ही शुभ और लाभदायक माना जाता है.
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ऐसे में इस समय मंगल की कृपा मेष, कर्क और तुला राशि के जातकों पर बनी हुई है और यह 18 सितंबर तक बनी रहेगी. ऐसे में इस दौरान तुला राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति बेहतर बनी रहेगी. उस राशि के जातकों के शत्रु इनसे परास्त होंगे. कार्यक्षेत्र में अपार सफलता के योग बन रहे हैं. आत्मविश्वास भी बढ़ेगा. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा और समस्याओं का सामना करने में आसानी होगी.
वहीं मेष राशि के जातकों के लिए मंगल का यह गोचर कोर्ट कचहरी के मामलों में लफलता दिलाएगा. कार्यक्षेत्र में भी तरक्की होगी. आय बढ़ेगी, आर्थिक हालात सुधरेंगे, शत्रु पराजित होंगे और मान-सम्मान में वृद्धि होगी.
कर्क राशि के जातकों पर भी मंगल देव इस दौरान मेहरबान रहेंगे. साहस और आत्मविश्वास अपने शिखर पर होगा, नौकरी मिलने की संभावना बढ़ी हुई है. कई क्षेत्रों में आशा से ज्यादा सफलता मिलेगी. नौकरी में तरक्की के भी योग बने हुए हैं.