बार एसोसिएशन भवन के कार्यक्रम के उपरांत न्यायमूर्ति ने न्यायिक अधिकारियों के कार्यालयों का निरीक्षण किया. इस दौरान न्यायिक पदाधिकारियों और कर्मियों से विस्तृत जानकारी ली और कार्य के तौर तरीकों से अवगत हुए.
Trending Photos
गुमला: झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति एस.एन. पाठक ने 3 सितंबर को बार एसोसिएशन भवन में 120 किलोवाट सोलर पावर का उदघाटन किया. इसके अलावा 16 लाख रुपये के पुस्तकों का लाइब्रेरी बार एसोसिएशन भवन को समर्पित किया. उन्होंने अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बार एसोसिएशन का यह लाइब्रेरी मील का पत्थर साबित होगा. न्यायालय पर बड़ी जिम्मेदारी है. लोगों का न्यायालय पर विश्वास है. इस विश्वास पर खरा उतरने में यह पुस्तक उपयोगी साबित होगा. बार भवन में अब सोलर लाइट से सारा काम होगा. पर्यावरण के संरक्षण और हरियाली के लिए ऐसे कदम उठाने की जरुरत है. उन्होंने इसके लिए उपायुक्त सुशांत गौरव की तारीफ की.
न्यायिक अधिकारियों के कार्यालयों का किया निरीक्षण
बता दें कि बार एसोसिएशन भवन के कार्यक्रम के उपरांत न्यायमूर्ति ने न्यायिक अधिकारियों के कार्यालयों का निरीक्षण किया. इस दौरान न्यायिक पदाधिकारियों और कर्मियों से विस्तृत जानकारी ली और कार्य के तौर तरीकों से अवगत हुए. कर्मियों को सभी आवश्यक दस्तावेजों के प्रति जागरूक रहने और बेल ऑर्डर को पेंडिंग नहीं रखने का निर्देश दिया. इस दौरान कोर्ट की सुनवाई के लिए आए आम जनों से मुलाकात करते हुए उनके द्वारा न्यायालय कार्यों की प्रक्रिया की जानकारी ली. यदि आम जनों को न्यायालय प्रक्रिया में किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़े, तो लिखित शिकायत दर्ज करने की बात कही, जिसके पश्चात सुधार के लिए त्वरित कार्यवाही की जाएगी.
दिव्यांगों को किया व्हीलचेयर का वितरण
जिला प्रशासन और भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति और लायंस क्लब गुमला के संयुक्त तत्वाधान विशेष दिव्यांग शिविर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में माननीय न्यायमूर्ति उपस्थित रहें. इस दौरान उन्होंने दिव्यांगजनों के बीच व्हील चेयर का वितरण किया. न्यायमूर्ति ने उपस्थित दिव्यांगजनों और उनके अभिभावकों को संबोधित करते हुए. उन्होंने अपनी अनुभूति सुनते हुए बताया कि खूंटी परिसर के दौरे के दौरान उनकी मुलाकात कल्याण विभाग के सेक्रेटरी से हुई जो एक आईएएस ऑफिसर थे. काफी समय के पश्चात मालूम चला की वे दिव्यांग थे उनकी दोनों आंखे नहीं थी. परंतु आत्मबल ने उन्हें इस काबिल बनाया की वे एक आईएएस ऑफिसर के पद पर कार्य कर रहें थे. इसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति ठान ले तो वो कुछ भी बन सकता है केवल आत्मबल को मजबूत करने की आवश्यकता है.
रॉक गार्डन में किया पौधारोपण
बता दें कि कार्यक्रम के बाद न्यायमूर्ति द्वारा रॉक गार्डन में पौधारोपण करते हुए पर्यावरण बचाने का संदेश दिया गया. इस दौरान न्यायमूर्ति सहित जिला न्यायधीश गुमला,उपायुक्त गुमला ,पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त गुमला, अनुमंडल पदाधिकारी गुमला ने भी पौधारोपण किया.
सिसई नवरत्न गढ़ का किया दौरा
न्यायमूर्ति ने जिला न्यायधीश तथा उपायुक्त गुमला एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ सिसई प्रखंड स्थित नवरतनगढ का दौरा किया. उन्होंने नवरत्नगढ की ऐतिहासिक कहानी के विषय में जानकारी ली एवं नवरतानगढ किला का भ्रमण किया.
ये भी पढ़िए- नीतीश कुमार के बयान पर चढ़ा बिहार का सियासी पारा, भाजपा बोली- जदयू मुक्त होगा बिहार