Bihar Flood: बिहार कोसी बैराज ने तोड़ा 34 सालों का रिकॉर्ड, 4 लाख 62 हजार 345 क्यूसेक पानी का हुआ डिस्चार्ज
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Bihar Flood: बिहार कोसी बैराज ने तोड़ा 34 सालों का रिकॉर्ड, 4 लाख 62 हजार 345 क्यूसेक पानी का हुआ डिस्चार्ज

Bihar Flood: नेपाल में हो रही लगातार भारी बारिश के बाद कोसी नदी उफान पर आ गई है. वहीं नेपाल के कोसी बैराज ने अपना 34 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. कोसी बैराज से इस साल का सर्वाधिक 4 लाख 62 हजार 345 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज रिकॉर्ड किया गया है.

Bihar Flood: बिहार कोसी बैराज ने तोड़ा 34 सालों का रिकॉर्ड, 4 लाख 62 हजार 345 क्यूसेक पानी का हुआ डिस्चार्ज

सुपौलः Bihar Flood: नेपाल में हो रही लगातार भारी बारिश के बाद कोसी नदी उफान पर आ गई है. वहीं नेपाल के कोसी बैराज ने अपना 34 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. कोसी बैराज से इस साल का सर्वाधिक 4 लाख 62 हजार 345 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज रिकॉर्ड किया गया है. रात 2 बजे से सुबह 4 बजे के बीच लगातार यह डिस्चार्ज रिकॉर्ड हुआ है. जिसके बाद कोसी के अभियंता अलर्ट पर हैं. वहीं प्रशासन भी मुस्तैद नजर आ रहा है. 

डीएम कौशल कुमार और सदर एसडीएम मनीष कुमार तटबंध के इलाकों का जायजा ले रहे हैं. वहीं तटबंध के अंदर पानी बढ़ने के कारण लोग ऊंचे स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं. दोपहर के बाद आबादी वाले इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने के आसार हैं. इस बीच रात से अब तक आबादी वाले इलाकों में कोसी नदी के पानी में करीब 1 फीट की बढ़ोतरी हो चुकी है. 

डीएम कौशल कुमार ने बताया कि फिलहाल कोसी के पूर्वी और पश्चिमी दोनों तटबंध पूरी तरह सुरक्षित हैं. कोसी बैराज के सभी 56 फाटक खोल दिए गए है. वहीं वर्ष 1989 के बाद अब तक का यह कोसी बराज से सर्वाधिक डिस्चार्ज दर्ज हुआ है. हालांकि एक बार फिर से डिस्चार्ज घटने लगा है.

आपको बता दें कि कोसी बैराज के इतिहास में ऐसा तीसरी बार हुआ है, जब बैराज के सभी 56 फाटक खोल दिए गए हो. लिहाजा बैराज से भारी वाहनों के आवागमन पर आंशिक रोक लगा दी गई है. अब तक के इतिहास में कोसी बैराज से सर्वाधिक पानी डिस्चार्ज वर्ष 1968 में किया गया था. उस वक्त डिस्चार्ज पानी का रिकॉर्ड 7 लाख 88 हजार 200 क्यूसेक था.

वहीं वर्ष 1987 में 5 लाख 23 हजार 771 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया था. इधर सुपौल जिले के कोसी तटबंध के भीतर बाढ़ के मद्देनजर सुपौल जिला अधिकारी ने तटबंध के भीतर रहने वाले लोगों को बाहर निकलने का अपील की है. ताकि जान माल बच सके. इलाके में रह रहे लोगों ने नाव बहाल करने की मांग की है.

इनपुट- मोहन प्रकाश 

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