घर में पौधे- फूल लगाने से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है. साथ ही सुख और समृद्धि भी बनी रहती है. वहीं, वास्तु शास्त्र में रजनीगंधा के पौधे लगाने के पीछे भी कई शुभ परिणाम के बारे में बताया गया है. रजनीगंधा का पौधा घर के लोगों के बीच रिश्ते की मिठास बनाए रखने में मदद करता है.
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Vastu Tips for Marriage Life: लोग अक्सर अपने घरों को खूबसूरत ढंग से सजाने के लिए नये-नये तरीके अपनाते हैं. अक्सर लोग अपने घरों में तरह-तरह की पेंटिंग के साथ-साथ कई तरह के पौधे भी लगाते हैं. हालांकि घर में पौधे लगाने से सकारात्मक ऊर्जा आती है. मनी प्लांट, क्रसुला इस प्रकार के पौधे हैं जो आपके घरों में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने में मदद करते हैं. घर में पौधे- फूल लगाने से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है. साथ ही सुख और समृद्धि भी बनी रहती है. वहीं, वास्तु शास्त्र में रजनीगंधा के पौधे लगाने के पीछे भी कई शुभ परिणाम के बारे में बताया गया है. रजनीगंधा का पौधा घर के लोगों के बीच रिश्ते की मिठास बनाए रखने में मदद करता है. आइये जानते हैं, वास्तु के अनुसार रजनीगंधा लगाने के फायदे.
रिश्तों में लाता है मिठास
रजनीगंधा का पौधा घर में लगाने से रिश्तों में मधुरता आती है. यह बहुत प्रभावशाली माना जाता है. इसके अलावा इसके शुभ परिणाम मिलते हैं. साथ ही रजनीगंधा की खुशबू बहुत अच्छी होती है. यह वैवाहिक जीवन में आने वाली परेशानियों से छुटकारा दिलाता है. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है और परिवार में शांति बनी रहती है. घर के बेडरूम में रजनीगंधा का पौधा लगाने से पति पत्नी के रिश्तों में मिठास बनी रहती है.
इस दिशा में लगाएं रजनीगंधा
वास्तु शास्त्र के अनुसार रजनीगंधा घर की पूर्व या फिर उत्तर दिशा में लगाना चाहिए. इस दिशा में यह पौधा लगाने से बरकत होती है. इसके अलावा आप इसे अपने घर के आंगन में भी लगा सकते हैं. ऐसा करने से घर में चल रहे झगड़े समाप्त हो जाते हैं. वहीं, रजनीगंधा की महक से घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है.
आर्थिक समस्या से भी मिलेगा निजात
वास्तु शास्त्र के मुताबिक रजनीगंधा के पौधे से घर में सुख और समृद्धि आती है. साथ ही धन का भी लाभ होता है. रजनीगंधा का पौधा घर में लगाने से आर्थिक समस्या से भी निजात मिलता है. साथ ही इससे भगवान की पूजा में भी रजनीगंधा के फूल चढ़ाए जाते हैं. इससे ईश्वर का आशीर्वाद बना रहता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE Bihar Jharkhand इसकी पुष्टि नहीं करता है.)