Picnic Spot in Khunti: झारखंड के खूंटी जिले में प्रकृति और इतिहास का यह संगम सैलानियों को बार-बार आने पर मजबूर कर देता है. झारखंड की राजधानी रांची से खूंटी आते समय मृग विहार मुख्य मार्ग पर है. यहां चीतल और सांभर को देखना पर्यटकों के लिए यादगार अनुभव होता है.
तोरपा प्रखंड के पेरवा घाघ और चाईबासा रोड पर पंचघाघ जलप्रपात पर्यटकों का मुख्य आकर्षण हैं. जंगलों के बीच बहते इन जलप्रपातों की अद्भुत सुंदरता सैलानियों को शहर की आपाधापी से दूर कर देती है.
झारखंड की राजधानी रांची से खूंटी आते समय मृग विहार मुख्य मार्ग पर है. यहां चीतल और सांभर को देखना पर्यटकों के लिए यादगार अनुभव होता है.
मारंगहादा थाना क्षेत्र में स्थित डोम्बारी बुरु पहाड़, भगवान बिरसा मुंडा के ऐतिहासिक उपदेशों का स्थल है. यह न केवल प्राकृतिक सुंदरता बल्कि इतिहास का भी गवाह है.
खूंटी-तमाड़ रोड पर रानी फॉल बहती नदी की कलकल धारा के साथ पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है. यह स्थान पिकनिक मनाने वालों के लिए आदर्श है.
खूंटी में स्थित बाबा आम्रेश्वर धाम न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि इसकी सुंदरता पर्यटकों को आनंदित करती है. यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं.
पत्थरों से टकराते पांडु पुडिंग जलप्रपात के मनोहारी दृश्य, पक्षियों की चहचहाहट और बंदरों की अठखेलियां, पर्यटकों को मोहित करती हैं.
खूंटी प्रखंड के निकट स्थित रीमिक्स फॉल की खूबसूरती सिनेमा और एल्बम की शूटिंग के लिए प्रसिद्ध है. कई ऐसी फिल्म है जिसमें इस फॉल को दिखाया गया है.
कर्रा प्रखंड में डुमरगढ़ी डैम और रंगरोड़ी जैसे स्थान स्थानीय और बाहरी सैलानियों के बीच लोकप्रिय हैं. सोशल मीडिया पर यह सबसे ज्यादा चर्चा में बना रहता है. दूर-दूर से लोग इसका नजारा देखने के लिए आते है.
बता दें कि जरिया गढ़, नागवंशी शासकों की प्राचीन रियासत, इतिहास प्रेमियों के लिए एक खास स्थान है. यहां दूर दराज से लोग घूमने के लिए आते है.
प्रशासन और पर्यटन विभाग ने पर्यटन स्थलों के विकास और सुविधाओं के विस्तार के लिए लगातार प्रयास किए हैं, जिससे पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिल सके.
ट्रेन्डिंग फोटोज़