आपने अपने जीवन में शादी ब्याह के कई ऐसे अनोखे किस्से सुने होंगे जिसको सुनकर आपको लगा होगा कि इसकी वजह से रिश्तों की मर्यादा तार-तार हो गई है. लेकिन इस बार जो अनोखी शादी की कहानी हम आपको बतानेवाले हैं उसको जानकर आपको भी लगेगा कि इसके जरिए कैसे रिश्तों को संवारा जा सकता है.
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Viral Story: आपने अपने जीवन में शादी ब्याह के कई ऐसे अनोखे किस्से सुने होंगे जिसको सुनकर आपको लगा होगा कि इसकी वजह से रिश्तों की मर्यादा तार-तार हो गई है. लेकिन इस बार जो अनोखी शादी की कहानी हम आपको बतानेवाले हैं उसको जानकर आपको भी लगेगा कि इसके जरिए कैसे रिश्तों को संवारा जा सकता है. दरअसल यह खबर आपको अनूठी भले लगे लेकिन यह आपके मन को सुकून भी देगी.
दरअसल यह अनोखी शादी राजस्थान के टोंक जिले के उनियारा उपखंड के मोरझाला की झोपड़िया गांव में हुई है. यहां एक ही लड़के से दो सगी बहनों ने शादी रचा ली और शादी के बाद उस युवक ने भी कह दिया कि वह दोनों को खुश रखेगा. हालांकि आपको बता दें कि इस सादी में जितना बड़ा समझौता उस युवक ने किया है उससे बड़ा समझौता उस बड़ी लड़की ने किया है जिसने अपनी शादी के साथ अपनी छोटी बहन की शादी भी अपने पति से करा दी.
इस पूरे मामले में जान लें कि दुल्हे के साथ जिस छोटी लड़की की शादी हुई है वह मानसिक रूप से कमजोर है ऐसे में अपनी छोटी बहन की जिंदगी संवारने के लिए बड़ी बहन ने इतना बड़ा फैसला ले लिया. इस लड़की कांता मीणा ने अपनी छोटी बहन की कमजोर मानसिक दशा को देखते हुए 5 मई को एक ही मंडप में एक ही दूल्हे हरिओम मीणा के साथ विवाह किया.
बता दें कि हरिओम मीणा के विवाह का प्रस्ताव जब कांता के परिवार वालों को मिला तो उन्होंने शादी के लिए हामी भर दी और कहा कि इसके साथ ही कांता ने एक शर्त भी रखी है. कांता की शर्त को सुनकर लड़के के परिवार वाले सोचने पर मजबूर हो गए हालांकि बाद में सोच विचार के बाद दूल्हे के पिता और दुल्हा इस बात को शर्त को मानने को तैयार हो गई. बता दें कि कांता ही हमेशा अपनी छोटी बहन का ख्याल रखती थी ऐसे में शादी के बाद भी वह अपनी बहन को साथ रखना चाहती थी इसलिए उसने यह शर्त रखी और फिर कांता की शर्त को जब लड़के वाले ने मान लिया तो दोनों की शादी करा दी गई.
बता दें कि कांता के इस फैसले से दुल्हा हरिओम भी खूब खुश नजर आया और वह अपनी पत्नी की सोच और उसके त्याग की तारीफ भी कर रहा है. उसकी मानें तो उसको इस शादी से और इस फैसले से कोई आपत्ति नहीं हैं. वह यह भी कहता रहा कि वह कोशिश करेगा कि वह दोनों सगी बहनों को खुश रख सके. इसके साथ ही हरिओम की इस पहल की भी लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं.