Samadhan Yatra: शुक्रवार को जन सुराज यात्रा गोपालगंज के बरौली में पहुंची थी. इस दौरान प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की समाधान यात्रा पर टिप्पणी की. पीके ने कहा कि ' 17 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद उन्हें एहसास हुआ है कि कुछ समाधान करने की जरूरत है, तो ये अच्छी बात है, लेकिन अपने बंगले से निकलकर परिसदन सर्किट हाउस में बैठकर अफसरों के साथ बैठकर परिचर्चा करना 'यात्रा' कैसे हो गई.
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पटना: Samadhan Yatra:बिहार में इस वक्त यात्राओं का दौर जारी है. एक तरफ सीएम नीतीश समाधान यात्रा पर निकले हैं तो वहीं चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पहले से ही जन सुराज यात्रा कर रहे हैं. शुक्रवार को उनकी यात्रा का 111वां दिन रहा और इस मौके पर वह गोपालगंज के बरौली प्रखंड पहुंचे. पीके ने यहां सीएम नीतीश की समाधान यात्रा पर निशाना साधा और साथ ही आजकल सीएम की ओर से दिए जा रहे है हर बात के जवाब 'हमको नहीं पता है' को लेकर उन्हें आड़े हाथों लिया. प्रशांत किशोर ने कहा कि 'नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के हर जवाब में 'हमको पता नहीं है' कहते हैं. अगले चुनाव में जनता कहेगी हमको नहीं पता नीतीश कुमार कौन हैं.'
हमको नहीं पता कहेगी जनताः पीके
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को जन सुराज यात्रा गोपालगंज के बरौली में पहुंची थी. इस दौरान प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की समाधान यात्रा पर टिप्पणी की. पीके ने कहा कि ' 17 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद उन्हें एहसास हुआ है कि कुछ समाधान करने की जरूरत है, तो ये अच्छी बात है, लेकिन अपने बंगले से निकलकर परिसदन सर्किट हाउस में बैठकर अफसरों के साथ बैठकर परिचर्चा करना 'यात्रा' कैसे हो गई. उन्होंने कहा कि कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के हर जवाब में 'हमको पता नहीं है' कहते हैं. अगले चुनाव में जनता कहेगी हमको नहीं पता नीतीश कुमार कौन हैं. नीतीश कुमार के जीवन में बस एक ही प्राथमिकता रह गई कि वह किसी भी तरह से मुख्यमंत्री बने रहें. चाहे वह भाजपा के साथ बने रहें, या फिर, लालटेन (राजद) के साथ उन्हें उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है.
सुशील मोदी ने भी साधा निशाना
असल में सीएम नीतीश आजकल बिहार में नेताओं की ओर से दिए जा रहे हर बयान पर चुप्पी साधे हुए हैं. वह बिहार में राजद-जदयू के नेताओं के दिए बयानों पर उठाए गए सवाल पर जवाब देते हैं कि हमें इसकी जानकारी नही है. इसे लेकर शुक्रवार को सुशील मोदी ने भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि 'एक तरफ बलियावी देश को गृहयुद्ध में झोकने की धमकी दे रहे हैं और दूसरी तरफ उसी समुदाय से आने वाले आरजेडी के अब्दुल बारी सिद्दिकी को भारत में डर लग रहा है.' सुशील मोदी ने सीएम नीतीश तो कमजोर मुख्यमंत्री बताया है.