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Ketu Transit: ज्योतिष के अनुसार आपकी कुंडली के नवग्रहों में से राहु और केतु दो ऐसे ग्रह हैं जो किसी भी राशि का स्वामित्व नहीं करते इन्हें ज्योतिष में छाया ग्रह या पाप ग्रह कहा जाता है. ये दोनों ग्रह हमेशा वक्री चाल ही चलते हैं. ये ग्रह कुंडली के जिस घर में होते हैं और जिनके साथ ये कुंडली के घरों में विद्यमान होते हैं उनकी अनुसार ही यह अपना फल देते हैं. इसके साथ ही ये ग्रह अगर किसी भाव में दूसरे ग्रह के साथ विद्यमान हैं और वह ग्रह कमजोर हो तो ऐसे में ये दोनों ग्रह अपना असर दिखाना शुरू करते हैं.
ज्योतिष की गणना की मानें तो 26 जून को ही केतु ग्रह चित्रा नक्षत्र में गोचर कर गया है. आपको बता दें कि राहु और केतु को सांप का मुंह और सांप का पिछला हिस्सा यानी पूंछ की संज्ञा मिली हुई है. ऐसे में केतु का नक्षत्र परिवर्तन हर राशि के जातकों के जीवन पर या तो सकारात्मक या नकारात्मक असर प्रदान करेगा.
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ऐसे में चित्रा नक्षत्र में केतु के विचरण करने से 12 में से कुछ राशियों को अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत है. चित्र नक्षत्र को कलात्मकता, सौंदर्य और परिवर्तन के लिए जाना जाता है. आपको बता दें कि यह चंद्र मंडल का 14वां नक्षत्र है. ऐसे में कुछ राशियों को इसकी वजह से समस्याओं का सामना करना पड़ेगा.
जिन राशियों पर केतु के चित्रा नक्षत्र में गोचर का नकारात्म परिणाम पड़नेवाला है. उनमें मिथुन, कर्क, कन्या, मकर और मीन राशि सामिल हैं. ऐसे में बता दें कि मिथुन राशि के जातकों को इस दौरन अपनी पढ़ाई में कुछ समस्याएं आएंगी. इसके साथ ही उनका बच्चों के साथ संबंध भी मधुर नहीं रहेगा. वहीं कर्क राशि के जातकों को स्वास्थ्य से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. परिवार में तनाव का वातावरण बना रहेगा. कार्यक्षेत्र में भी समस्याएं आएंगी. वहीं कन्या राशि के जातकों को अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना जरूरी होगा. उन्हें कुछ संचार के माध्यम से दुःखद सूचनाएं मिल सकती हैं. आपकी बातों का लोग गलत मतलब निकाल सकते हैं. विवाद की स्थिति बनी रहेगी. परिवार में भी स्थिति सामान्य नहीं रहेगी.
वहीं मकर राशि के जातकों को अपने काम में सफलता के लिए ज्यादा मेहनत की जरूरत पड़ेगी. पिता से भी मतभेद की संभावना है. व्यवसाय की वजह से परेशानी बढ़ेगी. वाणी पर संयम रखना जरूरी है ताकि वाद-विवाद से बचा जा सके. वहीं केतु के गोचर से मीन राशि के जातकों के जीवन में स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां बढ़ेंगी. दुर्घटना का भय बना रहेगा. चिंता भी आपको हमेशा घेरे रहेगी.