स्वास्थ्य के लिए पीएम 2.5 व पीएम 10 जैसे सूक्ष्म धूलकणों की बढ़ती मात्रा खतरनाक है. पटना में बीते तीन दिनों में यह तीन सौ के पार पहुंच गया है. समनपुरा मॉनीटरिंग स्टेशन में पीएम 2.5 शुक्रवार को 324 व राजवंशी नगर मॉनीटरिंग स्टेशन में यह 304 दर्ज किया गया.
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पटना : राजधानी में बदलते मौसम के बाद शहर की हवा खराब होने लगी है. अभी तो दिवाली भी नहीं आई और उससे पहले ही धूलकण से हवा में धुंध नजर आने लगी है. बता दें कि बीते तीन दिनों में शहर के एयर क्वालिटी इंडेक्स में 87 एक्यूआइ की वृद्धि हुई है और यह 165 से बढ़कर 252 हो गया है. प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा अनुमान लगाया जा रहा है कि दिवाली पर अगर शहर में पटाखे फोड़ गए तो हवा में और भी खराब हो सकती है.
धूलकरण से बढ़ रहा प्रदूषण
बता दें कि स्वास्थ्य के लिए पीएम 2.5 व पीएम 10 जैसे सूक्ष्म धूलकणों की बढ़ती मात्रा खतरनाक है. पटना में बीते तीन दिनों में यह तीन सौ के पार पहुंच गया है. समनपुरा मॉनीटरिंग स्टेशन में पीएम 2.5 शुक्रवार को 324 व राजवंशी नगर मॉनीटरिंग स्टेशन में यह 304 दर्ज किया गया. बता दें कि एक दिन पहले भी दोनों जगहों पर पीएम 2.5 क्रमश: 275 व 291 दर्ज किया गया था. ठंड बढ़ने के साथ हवा का घनत्व और बढ़ेगा. इसी के साथ धुंध व हवा में धूलकणों की मात्रा भी बढ़ेगी. दीवाली में पटाखे फूटने के बाद स्थिति और भी खराब होगी और 300 के पार एक्यूआइ पहुंचने वायु गुणवत्ता अति खराब श्रेणी में जाने की आशंका है.
ठंडा मौसम है इसी सबसे बड़ी वजह
मौसम का ठंडा होना इसकी एक बड़ी वजह है. इसके कारण वायु का घनत्व बढ़ गया है जिससे उसके धूलकण को ढोने की क्षमता बढ़ गई है. बता दें कि हवा के चलने से लेकर गाड़ियों के आने और जाने से उड़ने वाले धूलकण अब हवा में अधिक समय तक तैरते रहते हैं. इससे सुबह के समय हल्की धुंध भी दिखने लगी है.
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