बिना ड्यूटी पर जाए शिक्षिका ने लिया 5 महीने तक वेतन, कुछ ऐसे हुआ मामले का खुलासा, शिक्षा विभाग भी दंग
Advertisement

बिना ड्यूटी पर जाए शिक्षिका ने लिया 5 महीने तक वेतन, कुछ ऐसे हुआ मामले का खुलासा, शिक्षा विभाग भी दंग

बिहार के खगड़िया जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक सहायक शिक्षिका गुजरात में रहकर पांच महीने से वेतन ले रही है.

 (फाइल फोटो)

Patna: बिहार के खगड़िया जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक सहायक शिक्षिका गुजरात में रहकर पांच महीने से वेतन ले रही है. शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी है. 

जानें क्या है पूरा मामला

इस घटना का पता तब चला जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम उदय महतो ने वार्ड नंबर 4 स्थित सरकारी प्राथमिक विद्यालय में जाकर शिक्षिका सीमा कुमारी को कुछ माह से अनुपस्थित पाया. वह इसी विद्यालय में प्रतिनियुक्ति पर तैनात थी. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम उदय महतो ने कहा, "जब हमने विभाग से पूछताछ की, तो ऐसा प्रतीत हुआ कि विभाग मासिक वेतन भदस गांव स्थित उसके मूल मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा दिखाई गई उपस्थिति के आधार पर जारी कर रहा है."

उन्होंने आगे कहा कि "प्राथमिक विद्यालय भादस गांव स्थित उसके मूल विद्यालय में अनुपस्थिति रिपोर्ट भेज रहा था. विद्यालय के प्रधानाध्यापक विकास कुमार ने उसकी अनुपस्थिति उपस्थिति को उपस्थिति में परिवर्तित कर दिया. उसकी उपस्थिति के आधार पर विभाग सितंबर 2022 से उसका वेतन जारी कर रहा था."

विभाग ने उठाया ये कदम

उन्होंने कहा, "हमने सीमा कुमारी और विकास कुमार का वेतन रोकने की अनुशंसा के साथ रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को भेज दी है. विभाग ने ऐसा किया है." सूत्रों ने कहा है कि 400 से अधिक शिक्षक एक भी दिन स्कूल में काम पर न जाकर प्रतिनियुक्ति हथकंडा अपनाकर वेतन लेने के मामले में शिक्षा विभाग के रडार पर हैं.

(इनपुट भाषा के साथ)

 

Trending news