Akshaya Tritiya 2023: अक्षय तृतीया को अक्ती और अखातीज जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है. यह वसत ऋतु में आने वाला त्यौहार है, जिसे हिंदू और जैन भारत और नेपाल में हर्षोल्लास से मनाते हैं. यह हिंदू महीने की तीसरी तिथि को पड़ता है.
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Akshaya Tritiya 2023: अक्षय तृतीया को अक्ती और अखातीज जैसे अन्य नामों से भी जाना जाता है. यह वसत ऋतु में आने वाला त्यौहार है, जिसे हिंदू और जैन भारत और नेपाल में हर्षोल्लास से मनाते हैं. यह हिंदू महीने की तीसरी तिथि को पड़ता है. यह त्यौहार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है.
इस दिन व्रत भी रखते है लोग
जैन मान्यताओं में यह त्यौहार उनके पहले तीर्थंकर श्री ऋषभदेव जी का 1 साल वैराग्य का पूरा होने की खुशी में मनाया जाता है. उन्होंने अपना यह समय सिर्फ गन्ने के जूस का सेवन करके ही पूरा किया था. कुछ अन्य जैन मान्यताओं के अनुसार इस त्यौहार को वर्षीय तप भी कहते हैं. जैनियों के पवित्र तीर्थ स्थान जैसे पालीताना, गुजरात आदि में इस दिन व्रत रखे जाते हैं.
इस दिन सोना खरीदना माना जाता है शुभ
भारत में हिंदू और जैन समाज में बहुत सारे कारणों की वजह से इस त्यौहार का महत्व है. इस दिन नए उद्योगों की स्थापना, शादी, बड़ा निवेश जैसे कि सोना खरीदना या कोई नई शुरुआत करने के लिए बहुत ही उपयुक्त माना जाता है. इस दिन अपने पुरखों को भी याद किया जाता है. इस दिन महिलाएं अपने पति के स्वास्थ्य की कामना करती हैं और कुवारी महिलाएं इस दिन यह कामना करती हैं कि उन्हें अपने भविष्य में उत्तम वर मिले. जिससे उनका विवाह हो सके. ऐसी मान्यता है कि इसी दिन कुबेर को अपनी संपत्ति और सम्मानित स्थान मिला था. भारत के उड़ीसा प्रांत में इस दिन रथयात्रा महोत्सव मनाया जाता है.
इस दिन नए व्यापार की शुरुआत करना शुभ
इस धार्मिक महोत्सव के दिन सभी कार्य पंचांग के हिसाब से किए जाते है. इस दिन किया गया कोई भी प्रयास और कार्य असफल नहीं होता है. इसी वजह से इस दिन लोग शादी समारोह, धार्मिक अनुष्ठान, नए घर में प्रवेश, नए व्यापार की शुरुआत, पूजा अर्चना और अन्य धार्मिक गतिविधियों को करते है.
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