Nayab Singh Saini Profile: हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी का बिहार कनेक्शन, इस यूनिवर्सिटी से हुई है पढ़ाई लिखाई
Advertisement

Nayab Singh Saini Profile: हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी का बिहार कनेक्शन, इस यूनिवर्सिटी से हुई है पढ़ाई लिखाई

Nayab Singh Saini Profile: हरियाणा के नए सीएम नायब सिंह सैनी का बिहार के मुजफ्फपुर से कनेक्शन सामने आया है. सैनी ने यहां के बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है. दरअसल, 53 साल के नायब सिंह सैनी को बीजेपी की विधायक दल में सर्वसम्मति से नेता चुन लिया गया. अब उनका सीएम पद ताजपोशी होगी.

नायब सिंह सैनी

Nayab Singh Saini Profile: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद बीजेपी नेता नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) को इस भूमिका के लिए चुना गया है. हरियाणा के नए सीएम सैनी 2010 में नारायणगढ़ निर्वाचन क्षेत्र में रामकिशन गुर्जर के खिलाफ 3,028 वोटों से विजयी हुए थे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नायब सिंह सैनी का बिहार से बहुत गहरा कनेक्शन है. अब आप सोच रहे होंगे हरियाणा के नेता का बिहार से क्या नाता, तो इस ऑर्टिकल को पूरा पढ़िए सारी जानकारी आपको मिल जाएगी.

सबसे पहले जानते हैं कि हरियाणा के नए सीएम नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) का सियासी सफर. सैनी ने साल 2014 में नारायणगढ़ से विधानसभा चुनाव जीता. साल 2016 में सैनी को खट्टर सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया. इसके बाद 2019 में 3.85 लाख वोटों के अंतर से सैनी ने कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल की. फिर साल 2023 में हरियाणा इकाई बीजेपी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किए गए. अब साल 2024 में हरियाणा के सीएम घोषित किए गए हैं. 

यह भी पढ़ें: NDA के बिना नहीं जीत सकते कुशवाहा-मांझी, 2019 में लालटेन के साथ मिली थी हार

अब बात करते हैं हरियाणा के अंबाला जिले के मिजापुर गांव में 25 जनवरी 1970 के जन्मे 53 साल के नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) के बिहार कनेक्शन की. दरअसल, सैनी की पढ़ाई-लिखाई बिहार से भी हुई है. नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर (BR Ambedkar University) से पढ़ाई की है. सैनी ने उत्तर प्रदेश के मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्याल से भी पढ़ाई की है. 
  
दरअसल, नायब सिंह सैनी को सीएम चुनने के कदम को हरियाणा की आबादी का एक बड़ा हिस्सा बनने वाले सैनी समुदाय के समर्थन को मजबूत करने के एक रणनीतिक फैसले के रूप में देखा जा रहा है. क्योंकि सैनी का नेतृत्व 2024 में लोकसभा चुनावों में बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण हो साबित हो सकता है.

Trending news