Lok Sabha Electoin 2024: क्या BJP ने हाजीपुर की लड़ाई चाचा-भतीजे पर छोड़ी? भाजपा सांसद बोले- हमें सिर्फ जीत से मतलब
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Lok Sabha Electoin 2024: क्या BJP ने हाजीपुर की लड़ाई चाचा-भतीजे पर छोड़ी? भाजपा सांसद बोले- हमें सिर्फ जीत से मतलब

Lok Sabha Electoin 2024: चाचा-भतीजे की जंग के बीच बीजेपी सांसद अजय निषाद ने कहा है कि हाजीपुर सीट से कौन लड़ेगा, ये चिराग और पशुपति खुद तय कर लेंगे. बीजेपी को सिर्फ जीत से मतलब है. अजय निषाद ने कहा कि एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारा घटक दलों के बीच विवाद का मुद्दा नहीं बनेगा. 

फाइल फोटो

Lok Sabha Electoin 2024: विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के बाद अब NDA में सीट शेयरिंग को लेकर खींचतान देखने को मिलने लगी है. बिहार में एनडीए के अंदर हाजीपुर सीट को लेकर चाचा-भतीजे में टकराव बढ़ता जा रहा है. चिराग पासवान और पशुपति पारस दोनों ही हाजीपुर सीट पर अपना-अपना दावा ठोंक रहे हैं. चाचा-भतीजे की इस जंग में बीजेपी की टेंशन बढ़ती जा रही है. बीजेपी ने कई बार दोनों के बीच में सुलह कराने की कोशिश की, लेकिन सारे प्रयास असफल रहे हैं. अब लगता है कि बीजेपी ने भी हाजीपुर सीट की फाइट को चाचा-भतीजे पर ही छोड़ दिया है.

चाचा-भतीजे की जंग के बीच बीजेपी सांसद अजय निषाद ने कहा है कि हाजीपुर सीट से कौन लड़ेगा, ये चिराग और पशुपति खुद तय कर लेंगे. बीजेपी को सिर्फ जीत से मतलब है. अजय निषाद ने कहा कि एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारा घटक दलों के बीच विवाद का मुद्दा नहीं बनेगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी अपने सीटों के लिए काम कर रही है तो जाहिर-सी बात है, घटक दल भी अपने-अपने सीटों की चिंता करेंगे. उन्होंने कहा कि वैशाली और हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से लोजपा के कैंडिडेट जीते थे. ऐसे में दोनों सीटें घटक दल के रूप में लोजपा को ही मिलेंगी. ऐसे में चाचा-भतीजा को मिलकर तय करना है कि कैसे दोनों सीटों पर अपनी जीत सुनिश्चित करेंगे.

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बीजेपी सांसद ने अगले एक-दो सप्ताह में सीट शेयरिंग पर बात फाइनल होने का दावा किया. उन्होंने कहा कि अगले एक-दो सप्ताह में चाचा-भतीजा के बीच पीएम मोदी के नाम पर विवादों का निपटारा हो जाएगा और लोजपा मजबूती के साथ राजग के घटक दल के रूप में चुनाव में होगी. अजय निषाद ने चुनाव के पूर्व केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा बयानबाजी पर रोक संबंधी सवाल को खारिज किया. उन्होंने कहा कि कोई भी सांसद अपने संसदीय क्षेत्र को लेकर पत्रकारों द्वारा किए गए सवाल का मर्यादापूर्ण तरीके से जवाब देने के लिए स्वतंत्र है.

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उधर चाचा पशुपति कुमार पारस के संसदीय क्षेत्र में चिराग ने मंगलवार (16 जनवरी) को शक्ति-प्रदर्शन करके चुनावी बिगुल फूंक दिया है. हाजीपुर से चिराग ने अपनी मां रीना पासवान को उतारने का मन बना लिया है. वहीं पशुपति पारस किसी भी कीमत पर हाजीपुर सीट छोड़ने को तैयार नहीं हैं. वह कई बार कह चुके हैं कि वह हाजीपुर की जनता को कभी नहीं छोड़ सकते हैं. वह इस सीट से सांसद हैं और आगे भी रहेंगे. पशुपति के मुताबिक, स्वर्गीय रामविलास पासवान ने ही उन्हें हाजीपुर सीट सौंपी थी. अब वही इस सीट के सांसद हैं. 

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