अपनी साइकल पर निखिल ने 23 सिंतबर 2021 को इस यात्रा की शुरुआत की थी. अपनी जरूरत के सारे सामान लेकर वह बाबा बैद्यनाथ की पूजा करके निकले. इसके बाद रविवार को 13 हज़ार 500 किलोमीटर की दूरी तय कर 12 ज्योतिर्लिंग और 4 धाम की यात्रा कर देवघर पहुंचे. मीडिया बातचीत में निखिल ने बताया कि हम जिस जगह रहते हैं, उसे भोलेनाथ की नगरी कहते हैं.
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देवघर: नटराज की भूमि झारखंड की सांस्कृतिक राजधानी देवघर को कहा जाता है. यहां कण-कण में शिव विराजमान हैं. बैद्यनाथ धाम देवघर 12 ज्योतिर्लिंगो में से 1 ज्योतिर्लिंग है. इन्हीं बाबा वैद्यनाथ के अप्रतिम भक्त हैं निखिल कश्यप. जिस उम्र में अन्य युवा एडवेंचर टूर करना पसंद करते हैं, वही 28 वर्षीय निखिल साइकिल से 12 ज्योतिर्लिंग और 4 धाम की यात्रा कर देवघर पहुँचे हैं.
बचपन से था सपना
अपनी साइकल पर निखिल ने 23 सिंतबर 2021 को इस यात्रा की शुरुआत की थी. अपनी जरूरत के सारे सामान लेकर वह बाबा बैद्यनाथ की पूजा करके निकले. इसके बाद रविवार को 13 हज़ार 500 किलोमीटर की दूरी तय कर 12 ज्योतिर्लिंग और 4 धाम की यात्रा कर देवघर पहुंचे. मीडिया बातचीत में निखिल ने बताया कि हम जिस जगह रहते हैं, उसे भोलेनाथ की नगरी कहते हैं. हमेशा बैद्यनाथ धाम में पूजा करते थे और बचपन से एक सपना था कि 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन और पूजन करूं.
साइकिल से ही की यात्रा
उन्होंने कहा कि इस सपने और शिव की भक्ति की वजह से ही वह साइकल से ही 12 ज्योतिर्लिंग और 4 धाम की यात्रा पर निकल गए. इसके साथ ही उन्होंने इस यात्रा को शहीदों के नाम कर दिया है. निखिल बताते हैं कि साइकिल से यात्रा करने से अधिक से अधिक लोगों से भी मिलना होता है जो काफी अच्छा लगता है. निखिल की साइकल में पोर्टेबल गैस, टेंट, कुर्सी और जरूरत का सारा सामान है. रात में निखिल किसी भी पेट्रोल पंप में अपना टेंट लगा कर रात गुजार लेते हैं.
जगह-जगह पर लोगों ने किया सहयोग
इसके अलावा कई भक्त ऐसे होते हैं जो खाने-पीने के लिए उनकी काफी मदद भी करते हैं. उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान फिल्म स्टार सोनू सूद से भी मुलाकात हुई और काफी मदद भी मिली. वहीं मुंबई में हिंदुस्तानी भाऊ से भी काफी मदद मिली. निखिल ने बताया कि जब वो केदारनाथ पहुँचे तो अपनी साइकल से ही पहाड़ों पर चढ़ बाबा केदारनाथ का दर्शन किया.
कहां-कहां गए हैं निखिल
बैजनाथ धाम देवघर से अपनी यात्रा शुरू कर निखिल इन श्रद्धा स्थलों पर जा चुके हैं.
1.श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग ,वेरावल (सोमनाथ) गुजरात।
2.मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग, श्रीशैलम ,आंध्र प्रदेश
3.महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग जयसिंहपुरा, उज्जैन ,मध्य प्रदेश
4.ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग ,खंडवा , मध्य प्रदेश
5. भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग ,भीमाशंकर, पुणे महाराष्ट्र
6.रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग , रामेश्वरम, तमिलनाडु
7. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग दारुकवनम, देवभूमि द्वारिका गुजरात
8. त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग श्रीमंत पेशवे पथ, त्र्यंबकी महाराष्ट्र
9. केदारनाथ मंदिर केदारनाथ, रुद्रप्रयाग उत्तराखंड
10. घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग औरंगाबाद, महाराष्ट्र महाराष्ट्र
11 . काशी विश्व नाथ धाम , उत्तरप्रदेश
इसके अलावा निखिल ने साइकल से ही चार धाम बद्रीनाथ, द्वारका, जगन्नाथ पुरी और रामेश्वरम की भी यात्रा की है और यहां भी का भी दर्शन पूजन कर चुके हैं. इस यात्रा से निखिल के घर वाले भी बेहद खुश हैं. निखिल की मां कहती हैं कि चिंता जरूर रहती थी, लेकिन हर दिन वीडियो कॉल पर बात होती थी तो दिल को सुकून मिलता था. वहीं उसके खाने को भी लेकर चिंता रहती थी. कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि जुनून और शिव की भक्ति की ताकत की वजह से निखिल इस यात्रा को सफल कर के घर पहुंचे हैं. वहीं निखिल का सपना है कि साइकिल से कश्मीर से कन्याकुमारी तक का सफर कर कीर्तिमान हासिल करें.
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