हमलावरों ने ओरमांझी के पालू गांव स्थित आर्यन लाइन होटल के पास जीतराम मुंडा पर हमला किया और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर फरार हो गए. इसके बाद घायल नेता को आनन-फानन में ओरमांझी स्थित मेदांता अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
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Ranchi: झारखंड की राजधानी रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र में बुधवार को भाजपा (BJP) के नेता जीतराम मुंडा (Jitram Munda) की मोटरसाइकिल सवार अपराधियों ने सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी.
जानकारी के अनुसार, हमलावरों ने ओरमांझी के पालू गांव स्थित आर्यन लाइन होटल के पास जीतराम मुंडा पर हमला किया और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर फरार हो गए. इसके बाद घायल नेता को आनन-फानन में ओरमांझी स्थित मेदांता अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
इधर, हत्या को लेकर पार्टी नेताओं में भारी आक्रोश है. हत्या की खबर सुनकर अस्पताल में भाजपा नेताओं की भीड़ जमा हो गई. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा (Arjun Munda), रांची से भाजपा सांसद संजय सेठ (Sanjay Seth), पूर्व मंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह (CP Singh) सहित कई भाजपा नेता अस्पताल पहुंचे.
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'कानून व्यवस्था हो चुकी है ध्वस्त'
इस बीच केंद्रीय मंत्री एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास (Raghubar Das) ने भाजपा नेता की हत्या को बड़ी प्रशासनिक चूक बताया है और आरोप लगाया है कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है.
भाजपा अनुसूचित जनजाति जिला मोर्चा अध्यक्ष जीतराम मुंडा जी की हत्या की भर्त्सना करता हूं।
झारखंड में अपराधियों का राज हो गया है। राज्य में अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
सरकार के मंत्री-विधायक, अधिकारी तुष्टिकरण की राजनीति में लगे हुए हैं,बाकी जनता की किसी को परवाह नहीं है। pic.twitter.com/HV17Nwl36C
— Raghubar Das (@dasraghubar) September 22, 2021
'पहले से ही थी हमले की आशंका'
भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने पार्टी कार्यकर्ता जीतराम मुंडा की हत्या को पूरी तरह से प्रशासनिक विफलता का परिणाम बताया है. अर्जुन मुंडा ने कहा, 'जीतराम को पहले से ही जानलेवा हमले की आशंका थी. उनपर पहले भी हमला हो चुका था, जिसकी सूचना पूरे प्रशासनिक अमले को थी. उन्होंने हथियार के लिए भी आवेदन दिया था, लेकिन प्रशासन ने न तो उन्हें सुरक्षा उपलब्ध करायी और न ही लाइसेंस दिया.'
आवेदन दिया था,लेकिन, प्रशासन ने न तो उन्हें सुरक्षा उपलब्ध करायी और न ही आर्म्स लाइसेंस दिया।मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM जी इस पूरे मामले की जांच कराएं और इस मामले में हुई प्रशासनिक चूक को सार्वजनिक करें।@BJP4India @BJP4Jharkhand
— Arjun Munda (@MundaArjun) September 22, 2021
उन्होंने आगे कहा, मुख्यमंत्री इस पूरे मामले की जांच कराएं और इस मामले में हुई प्रशासनिक चूक को सार्वजनिक करें.
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'भाजपा के सिपाही ने चुकाई लचर कानून व्यवस्था की कीमत'
वहीं, भाजपा विधायक देल के नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने ट्वीट कर लिखा, 'झारखंड भाजपा ने आज अपना एक सिपाही खो दिया. अनुसूचित जाति मोर्चा के युवा व ऊर्जावान जिलाध्यक्ष जीतराम मुंडा की निर्मम हत्या से मन व्यथित है.' उन्होंने कहा कि प्रशासनिक विफलता और लचर कानून व्यवस्था की कीमत भाजपा के इस सिपाही ने चुकाई है लेकिन उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.