Basant Panchami 2024: बेमौसम बारिश ने मूर्तिकारों के अरमानों पर फेरा पानी, मां सरस्वती की कई प्रतिमा हुई नष्ट, पूंजी की सताने लगी चिंता
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2096112

Basant Panchami 2024: बेमौसम बारिश ने मूर्तिकारों के अरमानों पर फेरा पानी, मां सरस्वती की कई प्रतिमा हुई नष्ट, पूंजी की सताने लगी चिंता

Basant Panchami 2024:  वहीं आगामी 14 फरवरी को सरस्वती पूजा है. जहानाबाद के कई मूर्तिकार मूर्ति बनाने में जोर-शोर से जुड़े हुए थे कि अचानक मौसम ने करवट ली और बीती रात से रुक-रुक कर बारिश होने लगी है. बारिश के वजह से खुले में रखी मां सरस्वती की कई अर्धनिर्मित प्रतिमा गलकर गिरने लगी. 

Basant Panchami 2024: बेमौसम बारिश ने मूर्तिकारों के अरमानों पर फेरा पानी, मां सरस्वती की कई प्रतिमा हुई नष्ट, पूंजी की सताने लगी चिंता

जहानाबाद: Basant Panchami 2024: बिहार के जहानाबाद में बे-मौसम बरसात ने मां सरस्वती की प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकारों के अरमानों पर पानी फेर दिया है. सरस्वती पूजा में महज कुछ दिन बाकी रहने से मां शारदे की मूर्ति बनाने के कार्यों में जहां तेजी आई थी. वहीं बीती रात से हो रही बारिश ने मूर्ति निर्माण पर ब्रेक लगा दिया है. ज्यादातर मूर्ति भीग जाने से अब मूर्तिकारों को अपनी पूंजी की चिंता सताने लगी है. 

वहीं आगामी 14 फरवरी को सरस्वती पूजा है. नतीजतन मूर्तिकार मूर्ति बनाने में जोर-शोर से जुड़े हुए थे कि अचानक मौसम ने करवट ली और बीती रात से रुक-रुक कर बारिश होने लगी है. बारिश के वजह से खुले में रखी मां सरस्वती की कई अर्धनिर्मित प्रतिमा गलकर गिरने लगी. जिसके कारण मूर्तिकारों को काफी नुकसान सहना पड़ रहा है.  

सभी मूर्तिकार बस भगवान इंद्र से गुहार लगा रहे हैं कि अब ज्यादा बारिश न हो क्योंकि अगर अधिक बारिश होगी तो मूर्तिकारों को और भी अधिक नुकसान सहना पड़ सकता है. मूर्तिकारों ने बताया कि बेमौसम बरसात में हम लोगों की आशा पर पानी फेर दिया है. काफी मेहनत कर हम लोग मां सरस्वती की प्रतिमा बनाने में जुटे हुए हैं. कई दिनों की मेहनत पर बारिश ने पानी फेर दिया है. किसी तरह से प्लास्टिक से ढक कर कुछ मूर्तियों को बचा पाये है. ऐसी स्थिति में एक बार फिर हम लोगों को कर्ज पर पैसा लेकर मूर्ति बनाने को मजबूर होना पड़ रहा है. 

वहीं मूर्तिकारों ने बताया कि सरकार के द्वारा हम लोगों को किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं की जाती है. जिसके कारण इधर-उधर से कर्ज एवं उधर का पैसा लेकर मूर्ति बनाने को मजबूर होते हैं. मूर्तिकारों ने सरकार से गुहार लगाई है कि जो नुकसान हम लोगों को बारिश से हुई है. उसका क्षति का आकलन कर सरकार हम लोगों को मुआवजा दे, ताकि आने वाले दिनों में हम लोग कर्ज का पैसा ना लें और अपने परिवार का भरण पोषण अच्छे ढंग से कर सके.
इनपुट- मुकेश कुमार, जहानाबाद

यह भी पढ़ें- Basant Panchami: 13 या 14 फरवरी? कब है बसंत पंचमी, दूर करें कंफ्यूजन जानें सही डेट

Trending news