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नवगछिया : बिहार में मानसून ने अभी दस्तक भी नहीं दी है और कोसी का खौफ वहां के लोगों के दिलों में घर बनाने लगा है. लोगों के संपत्ति के साथ कोसी का बहाव सरकारी संपत्ति पर भी कहर बनकर टूट रहा है. बता दें कि बिहार में लगातार लापरवाही की वजह से निर्माणादीन पूलों के टूटने, गिरने और बहने की खबरें आती रहती है. इस बार भी कोसी के तेज बहाव ने एक निर्माणाधीन पुल का पाया बहा दिया है.
बता दें कि दोपहर करीब दो बजे बहुप्रतीक्षित एनएच 106 मिसिंग लिंक (30 किलोमीटर ) बिहपुर से फूलोत तक कोसी नदी पर बन रहे पुल का एक 124 नंबर पाया (कुंआ) हरिओ के त्रीमुहान घाट के समीप कोसी नदी के तेज बहाव में बह गया. कोसी की मुख्य धारा में चार पाया (कुंआ) हैं, जो एक पाया बह गया. कोसी नदी पर पुल मुंबई की एफकॉन कंपनी बना रही हैं.
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कोसी नदी पर यह 6.94 किमी लंबा फोर लेन पुल बन रहा है. जिसका टोल प्लाजा सिक्स लेन का और सड़क टू लेन का है. एफकॉन के प्रोजेक्ट मेनेजर बी के झा, डीजीएम अरविंद कुमार, सीनियर मेनेजर तकनीक शैलेश तिवारी एवं एजीएम रणजीत कुमार ने बताया की जो पाया (कुंआ) पानी में बह गया वो 1400 टन वजनी था और उसका व्यास 8.50 मीटर था. इस पाया के बह जाने से 2 करोड़ 27 लाख रुपया का नुकसान कंपनी को हुआ.
कोसी की मुख्य धारा में चार पाया 121,122,123 और 124 हैं. तीन पाया का काम पूरा हो चुका है. लेकिन 124 नंबर खंभे के नीचे कंक्रीट आ जाने के कारण इसका काम पूरा नहीं हो पाया. वहीं गोताखोर को बुला कर जब दिखाया गया तो 1 जून को पता चला की कुंआ के नीचे बंडल में बिजली का पोल था. कोसी के पानी का बहाव तेज होने के कारण कुंआ के नीचे से मिट्टी खिसक गई और ये कुंआ (पाया) बहाव में बह गया.
इस पुल का निर्माण एवं सड़क निर्माण पर कुल मिलाकर 996 करोड़ की लागत आ रही है. जिसमें 41पुलिया, माइनरब्रिज का निर्माण हो रहा है. पुल निर्माण का कार्य 7 मार्च से शुरू हुआ था और 6 जून 2024 को खत्म होना है. ज्ञात हो की मिसिंग लिंक में टोटल 141 कुंआ (पाया) हैं. जिसमें मधेपूरा जिले के फूलोत में 22 कुंआ और भागलपुर जिले में 22 कुंआ (पाया) पर काम चल रहा है.10 जून से ही कोसी के जलस्तर में वृद्धि शुरू हो गई है.18 जून को करीब 2 मीटर जलस्तर कोसी का बढ़ गया.कोसी के पानी का बहाव 1.9 मीटर/सेकेंड का हैं. जिस कारण निर्माणाधीन पाया (कुंआ) कोसी के गर्भ में समा गया.