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बांका: Sawan 2023: सावन महीने की शुरुआत होते ही शिवभक्त सुल्तानगंज से जल लेकर बाबा के भक्त देवघर की चलना शुरू कर चुके हैं. बता दें कि सुल्तानगंज से देवघर की दूरी 105 किलोमीटर है जिसमें से 55 किलोमीटर बांका जिले में पड़ता है, जो धौरी से दुम्मा तक है. शेष रास्ता भागलपुर, मुंगेर एवं देवघर जिला में पड़ता है. बांका जिले में पड़ने बाले कांवरिया पथ पर लगभग 50 सरकारी धर्मशाला बनाए गए हैं. जिसमें ठहरने के लिए, पानी, बिजली शौचालय की बेहतर प्रबंध जिला प्रशासन द्वारा किया गया है. साथ साथ इन 55 किलोमीटर की दूरी में सैकड़ों सेवा शिविर लगाए गए हैं. जो कांवरियों के लिए खाना, पानी शौचालय एवं सोने की मुक्त सुविधा देते हैं.
कांवरिया पथ पर पर्यटन विभाग द्वारा कटोरिया में जिला नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. अबरखा धर्मशाला के पास टेंट सिटी बनाया गया है जिसमें 600 कांवरियों का ठहरने का प्रबंध है. जो पर्यटक विभाग द्वारा बनाया गया है. जिला नियंत्रण कक्ष से पूरे मेले की देखरेख की जाएगी. जिला नियंत्रण कक्ष में 4 पालियों में अधिकारियों एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. कक्ष में ऑपरेटर की भी प्रतिनियुक्ति की गई है, जो कांवरिया पथ में प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एवं कर्मी का दैनिक उपस्थिति का रिकॉर्ड रखेंगे. वहीं धर्मशाला आदि जगहों पर प्रतिनियुक्त अधिकारी भी अपने धर्मशाला में मौजूद अधिकारी एवं कर्मी की उपस्थिति का रिकॉर्ड भेजेंगे. जिस आधार पर जिला नियंत्रण कक्ष में मौजूद वरीय पदाधिकारी अनुपस्थित अधिकारी एवं कर्मियों पर कार्रवाई करेंगे.
वहीं जिला नियंत्रण कक्ष कटोरिया में घटनाओं का भी रिकॉर्ड रखने का निर्देश दिया. बताया गया कि कांवरिया पथ में कुल संख्या 15 अस्थायी थाना बनाया गया है. जबकि मेले में कांवरियों की सुरक्षा के लिए जगह जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. जिसकी मॉनिटरिंग डीएसपी रैंक के अधिकारी करेंगे. वहीं कांवरिया पथ में 16 अस्थाई स्वास्थ्य शिविर बनाए गए हैं. जहां डॉक्टर एवं एएनएम तैनात रहेंगे. सभी धर्म शालाओं में सूचना केंद्र बनाया गया है. जहां मेले से संबंधित जानकारी भी दी जाएगी. पथ के सरकारी धर्मशालाओं में सारी व्यवस्था की देखरेख को लेकर जिले के वरीय अधिकारी को जिम्मेदारी दी गयी है. जबकि कांवरिया पथ में समुचित बिजली व्यवस्था को लेकर एसडीएम एवं सीओ को निरीक्षण करते रहेंगे. जगह जगह पर वाच टावर बनाया गया है.
इनपुट- बिरेंद्र