ब्लू है पानी-पानी.. बेंगलुरु में हैं तो ऐसी मस्ती बंद, पूल पार्टी और रेन डांस की खबर मिली तो पड़ेंगे डंडे
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ब्लू है पानी-पानी.. बेंगलुरु में हैं तो ऐसी मस्ती बंद, पूल पार्टी और रेन डांस की खबर मिली तो पड़ेंगे डंडे

Holi Pool Dance: जल बोर्ड की तरफ से कहा गया है कि सांस्कृतिक प्रदर्शन पर कोई रोक नहीं है. लेकिन मनोरंजन के रूप में व्यावसायिक उद्देश्य से पूल डांस या रेन डांस का आयोजन करना उचित नहीं है. पूल डांस के लिए कावेरी जल और बोरवेल जल का उपयोग न करने का निर्देश दिया गया है.

ब्लू है पानी-पानी.. बेंगलुरु में हैं तो ऐसी मस्ती बंद, पूल पार्टी और रेन डांस की खबर मिली तो पड़ेंगे डंडे

Bengaluru Water Crisis: होली का सीजन है बौर बिना पानी के होली की खुमारी कैसे परवान चढ़ेगी. लेकिन इस बार बेंगलुरु में ये खुमारी फीकी रहेगी और उसका कारण है पानी की कमी. हुआ यह कि बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (BWSSB) ने बेंगलुरु शहर में बारिश की कमी और गिरते भूजल स्तर के कारण होली पर रेन डांस और पूल डांस पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह प्रतिबंध मनोरंजन के लिए व्यावसायिक उद्देश्यों से आयोजित कार्यक्रमों और पूल डांस पर लागू होता है. बोर्ड ने कहा कि यह प्रतिबंध सार्वजनिक हित में लगाया गया है. ऐसा ना मानने पर कार्रवाई भी होगी.

असल में बैंगलोर जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड ने एक सार्वजनिक सूचना देते हुए कहा है कि बेंगलुरु शहर में बारिश की कमी के कारण भूजल स्तर गिरने से कई ट्यूबवेल सूख गए हैं. इस संबंध में, बढ़ती समस्याओं को पर्याप्त रूप से प्रबंधित करने के लिए बोर्ड के लिए सभी का सहयोग बहुत महत्वपूर्ण है. इस पृष्ठभूमि में होली सांस्कृतिक उत्सव का त्योहार है. इसे अपने घरों और आवासों में मनाने में कोई आपत्ति नहीं है.

जल बोर्ड ने दिया है ये आदेश.. 
आगे यह भी कहा गया है कि सांस्कृतिक प्रदर्शन पर कोई रोक नहीं है. लेकिन, इस मामले में मनोरंजन के रूप में व्यावसायिक उद्देश्य के साथ पानी के साथ डांस, पूल डांस का आयोजन करना उचित नहीं है. सार्वजनिक हित में मनोरंजन प्रयोजनों के लिए, व्यावसायिक प्रयोजनों के लिए आयोजित रेन डांस, पूल डांस के लिए कावेरी जल और बोरवेल जल का उपयोग न करने का निर्देश दिया जाता है.

पानी की कमी से जूझ रहा बेंगलुरु.. 
मालूम हो कि बेंगलुरु इस समय बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहा है. शहर का एक बड़ा हिस्सा टैंकरों पर निर्भर है, और इस बार पानी की कमी इतनी गंभीर है कि लोगों को पानी उपलब्ध कराना मुश्किल हो रहा है. कर्नाटक सरकार ने लोगों से पानी का दुरुपयोग रोकने की सलाह दे रखी है. इसके अलावा सरकार प्राइवेट पानी के टैंकरों की मदद से जल संकट को कम करने का प्रयास कर रही है.

जल संकट के कारण:
-- कम बारिश: पिछले साल बेंगलुरु में सामान्य से कम बारिश हुई, जिसके कारण जलाशयों का जलस्तर गिर गया.
-- बढ़ती आबादी: बेंगलुरु भारत के सबसे तेजी से बढ़ते शहरों में से एक है. बढ़ती आबादी के कारण पानी की मांग में भी वृद्धि हुई है.
-- जल संरक्षण की कमी: बेंगलुरु में जल संरक्षण की आदतों की कमी है. लोग पानी का अत्यधिक उपयोग करते हैं और बर्बाद करते हैं.
-- अनियंत्रित भूजल दोहन: भूजल का अत्यधिक दोहन भी जल संकट का एक प्रमुख कारण है.

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