Home in Bengaluru: गूगल का इंटरव्यू पास करने वाला शख्स क्यों हो गया किरायेदार के इम्तिहान में फेल? वजह कर देगी हैरान
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Home in Bengaluru: गूगल का इंटरव्यू पास करने वाला शख्स क्यों हो गया किरायेदार के इम्तिहान में फेल? वजह कर देगी हैरान

Google Salary Package: बेंगलुरु में गूगल के एक कर्मचारी ने हाल ही में लिंक्डइन पर अपना अनुभव साझा किया है. इसमें उसने बताया कि किरायेदारी का इंटरव्यू पास करने के लिए अपनी क्षमताओं को सुधारने में उसे कुछ प्रयास लगे. रिपुदमन भदौरिया ने लिखा, 'मैं अपने पहले किरायेदारी इंटरव्यू में फेल हो गया. उस वक्त मुझे महसूस हुआ कि यह इंटरव्यू गूगल के इंटरव्यू से ज्यादा मुश्किल है.'

Home in Bengaluru: गूगल का इंटरव्यू पास करने वाला शख्स क्यों हो गया किरायेदार के इम्तिहान में फेल? वजह कर देगी हैरान

Tenent in Bengaluru: जब भी आप किसी नए शहर का रुख करते हैं तो सबसे पहले चुनौती आती है, नया घर ढूंढने की. लेकिन अगर वह शहर भारत का सिलिकॉन वैली हो यानी बेंगलुरु हो तो यह चुनौती और भी मुश्किल हो जाती है.  भारत के आईटी हब बेंगलुरु में बाहर से आने वालों को घर ढूंढने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. वह इसलिए क्योंकि इस दौरान उनको कई चरणों जैसे ब्रोकर्स से मोलभाव, पैकिंग, मूविंग इत्यादि से गुजरना पड़ता है. ज्यादा डिमांड के कारण मकानमालिक काबिल किरायेदारों का इंटरव्यू लेते हैं. कई बार ये इंटरव्यू गूगल के इंटरव्यू से भी मुश्किल हो जाते हैं. 

बेंगलुरु में गूगल के एक कर्मचारी ने हाल ही में लिंक्डइन पर अपना अनुभव साझा किया है. इसमें उसने बताया कि किरायेदारी का इंटरव्यू पास करने के लिए अपनी क्षमताओं को सुधारने में उसे कुछ प्रयास लगे. रिपुदमन भदौरिया ने लिखा, 'मैं अपने पहले किरायेदारी इंटरव्यू में फेल हो गया. उस वक्त मुझे महसूस हुआ कि यह इंटरव्यू गूगल के इंटरव्यू से ज्यादा मुश्किल है.'

भदौरिया ने कहा, 'हर बार फेल होने पर मैं आत्मनिरीक्षण और सुधार करने की कोशिश करता हूं. मैंने सीधे मकान मालिक से अपने इंटरव्यू की परफॉर्मेंस पर रिएक्शन मांगा और अगर उनको कुछ गलत लगा हो तो वरना इस मामले में एचआर कभी भी इंटरव्यू के नतीजों के बारे में नहीं बताते.

अगले इंटरव्यू की तैयारी के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, 'मकानमालिक ने भी पारदर्शी फीडबैक मेरे साथ साझा किया क्योंकि उनका मानना था कि कि मैं नया घर खरीद लूंगा क्योंकि मैं गूगल में काम करता हूं.मुझे नहीं पता था कि गूगल में काम करना इतना हानिकारक हो जाएगा.' मकानमालिकों से फीडबैक मिलने के बाद भदौरिया इंटरव्यू क्लियर करने में सफल रहे. उन्होंने लिंक्डइन पर लोगों से यह भी कहा कि उनको इस काम में काफी अनुभव हो गया है और लोग उनसे कॉन्टैक्ट कर सकते हैं.  

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