Tech News: इन बैन चीनी Apps की नाम बदल प्लेस्टोर पर हुई वापसी, कहीं आपने तो नहीं किया डाउनलोड
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Tech News: इन बैन चीनी Apps की नाम बदल प्लेस्टोर पर हुई वापसी, कहीं आपने तो नहीं किया डाउनलोड

Banned Chinese Apps returns: इतनी सख्ती के बावजूद जिस तरह चीन (China) ने नाम बदलकर एप स्टोर्स (App Store) में घुसपैठ की है उससे करोड़ों भारतीय लोगों का डेटा एक बार फिर से चीनी हाथों में जाने का खतरा बढ़ गया है. ऐसे में आपको ये रिपोर्ट पढ़कर फौरन लोगों को जागरूक करना चाहिए. 

सांकेतिक तस्वीर

Bannes Apps return at Play Store: साल 2020 में चीन की सेना के साथ गलवान में झड़प के बाद भारत सरकार ने चीन के मोबाइल Apps जो भारतीयों का यूजर डेटा चीन में स्टोर करती थी उन पर भारत मे प्रतिबंध लगाना शुरू किया था. बीते 2 साल में भारत सरकार चीन की कुल 320 Apps पर प्रतिबंध लगा कर इन्हें बैन कर चुकी है. लेकिन ज़ी न्यूज़ ने अपनी exclusive पड़ताल में पाया कि भारत सरकार ने चीन के जिन दो बड़े Apps Share it और App Lock पर प्रतिबन्ध लगाया था वो नाम बदल कर फिरसे Playstore पर लौट चुके हैं. अब तक इन दोनों Apps को करोड़ों लोग अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड भी कर चुके हैं.  

  1. प्ले स्टोर पर लैटे प्रतिबंधित चीनी ऐप
  2. कहीं आपने तो नहीं किया डाउनलोड
  3. आपके डाटा में फिर से लग रही सेंध!

चीनी Apps पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक

गलवान में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प के बाद भारत सरकार अब तक चीनी Apps पर 4 बार डिजिटल स्ट्राइक करते हुए TikTok, Shareit, Likee, Cam Scanner, App Lock, WeChat, UC Browser, Xender समेत 320 चीनी apps पर जून 2020 से लेकर अब तक प्रतिबंध लगा चुकी है. इन Apps पर प्रतिबंध लगाने की सबसे बड़ी वजह भारतीयों की जासूसी थी जो ये Apps डेटा इकट्ठा करके उसे चीन तक पहुंचाते थे. लेकिन भारत सरकार की डिजिटल स्ट्राइक के बाद अब इन प्रतिबंधित एप्स (Banned apps) में से कुछ प्लेस्टोर पर नाम बदल कर दोबारा लौट आए हैं. और इन बदले हुए नाम वाले Apps को करोड़ों लोग डाउनलोड भी कर चुके हैं.

ज़ी न्यूज़ की एक्सक्लूसिव पड़ताल

जून 2020 में चीनी Apps पर पहली डिजिटल स्ट्राइक में भारत ने डेटा ट्रांसफर करने वाले App, Share it पर प्रतिबंध लगाया था. जिसके बाद ये App, Android playstore से गायब हो गई थी. लेकिन कुछ ही दिनों बाद 4 जुलाई 2020 को Share It App, Share Kro नाम से वापस playstore पर आ गई थी. इस App का लोगो बिल्कुल प्रतिबंधित Share It जैसा है बस इस बार developer का नाम अलग कर दिया गया था. जहां share it का developer Smart Media4U Technology था तो बदले हुए नाम Share Kro के developer का नाम Share kro Team रखा गया और play store पर इसका प्रचार India's share App नाम से किया जा रहा है जिससे लोग इसे चीनी App ना समझ कर बल्कि उसे भारतीय App ही समझें.

लेकिन जब हमारी टीम ने इस Share kro App की पड़ताल की तो हमने पाया कि किसी फाइल को Share या Receive करने के यह App जो QR CODE generate करते हैं वो Original Share It App के ही server से जाकर मिलता है. यानी आपका डेटा अब भी चीनी सर्वर के पास जा रहा है. वहीं Play store पर इस share kro App को अब तक 10 करोड़ से ज्यादा बार डाऊनलोड किया जा चुका है.

'इस ऐप से भी जरा बच के'

भारत सरकार ने share it की तरह ही इसी साल फरवरी में अपनी चौथी डिजिटल strike में AppLock नाम के चीनी App पर बैन लगाया था. लेकिन प्रतिबंध लगाने के महज कुछ ही दिनों में यह App Lock नाम की App भी नए डेवलपर के बदले हुए नाम के साथ प्ले स्टोर पर वापस आ गया. जिस App Lock App को भारत सरकार ने प्रतिबंधित किया था उसके डेवलपर का नाम Do Mobile Labs था लेकिन प्रतिबंध के कुछ दिन बाद बदले हुए नाम का डेवलपर जिसका नाम Do Mobile Applock था वो इस AppLock को प्ले स्टोर पर फिरसे अपलोड कर देता है. जिसके बाद अब तक इस AppLock को 50 लाख बार डाउनलोड किया जा चुका है. जब हमारी टीम ने इस App की पड़ताल की तो पाया कि नई App और पुरानी App में सिर्फ डेवलपर के नाम का ही अंतर है. App के सर्वर की वेबसाइट, ई-मेल और App description 100 फीसदी एक जैसी हैं. वहीं डेवलपर के नाम में भी इतना अंतर है कि प्रतिबंधित App के developer का नाम DoMobile Lab था और नए App के डेवलपर के नाम मे Lab की जगह Applock लिख कर Do Mobile Applock कर दिया गया.

भारतीय बाजार पर हमला क्यों?

अंतराष्ट्रीय प्रोफेशनल सर्विस प्रोवाइडर कंपनी delloite के अनुमान के मुताबिक भारत मे साल 2021 में 75 करोड़ से ज्यादा स्मार्टफोन के उपभोक्ता थे जिनके 2026 तक 100 करोड़ से ज्यादा होने का अनुमान है. वहीं एक्सपर्ट्स के मुताबिक चीनी Apps के मालिकों के लिए भारत पैसे उगलने वाला बाजार है. इसलिए चीनी कंपनियां नाम बदल कर फिर से भारतीयों के फोन में दाखिल होकर जासूसी का पुराना खेल शुरू कर सकती हैं. चीनी Apps के नाम बदल कर फिर से भारत मे वापसी करने के इस मुद्दे को व्यापारियों की संस्था Confederation of All India Traders (CAIT) ने भारत सरकार के पास उठाया है. जिसके बाद आईटी मंत्री अश्विनी वैष्ण, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिख कर इन Apps को ब्लॉक करने की मांग की गई है ताकि ये Apps जासूसी के अपने काम मे सफल ना हो पाए.

मकसद डराना नहीं समाधान देना

अगर ऐसे ऐप के बिना आपका काम नहीं चल रहा है तो हम आपको सिर्फ समस्या ही नहीं बताते बल्कि उसका समाधान भी देते हैं. ऐसे में आप पहला काम ये करें कि अगर आपने भी फाइल शेयर करने के लिए Share करो नाम की यह App डाऊनलोड की है तो इसे फौरन डिलीट कर दें. और Aap play store पर मौजूद अन्य भारतीय Apps को डाउनलोड कर सकते हैं जो फाइल share या receive करने की सुविधा देते हैं. उदाहरण के लिए Share All app, Smart Switch app, Jio Switch App या फिर SFT App जो भारतीय है और आपको डेटा share या receive करने की सुविधा देती हैं. इसी तरह चीनी Applock की जगह आप Norton App Lock, Perfect AppLock या फिर AppLocker का प्रयोग कर सकते हैं. ताकि आपकी प्राइवेसी भी बनी रहे और चीनी लोग आपका डाटा भी चुरा भी न सकें.

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