Yoga For Thyroid Control: रोजाना करें मत्स्यासन का अभ्यास, थायराइड में है फायदेमंद
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Yoga For Thyroid Control: रोजाना करें मत्स्यासन का अभ्यास, थायराइड में है फायदेमंद

Matsyasana For Thyroid Control: हम सभी के गर्दन के अंदर एक तितली के आकार में थायराइड ग्रंथि स्थित होती है. इस ग्रंथि से दो प्रकार के हार्मोन का उत्सर्जन होता है. ग्रंथि से कम या अधिक हार्मोन निकलने पर थायराइड की समस्या कहलाती है.

 

मत्स्यासन करने के फायदे

Matsyasana For Thyroid Control: सेहतमंद रहने के लिए योग एक बेहतर तरीका है. इसके द्वारा हम ईश्वर का स्मरण कर अपने शरीर में ऊर्जा महसूस करते हैं. यहां तक कि भक्ति में भी योग का उल्लेख किया गया है. खासकर, ध्यान साधना भक्ति मार्ग की अहम कड़ी होती है. योग के कई प्रकार होते हैं. इनमें से एक योगासन ऐसा है, जिसके अभ्यास से थायराइड कंट्रोल करने में मदद मिलती है. मत्स्यासन योग को करने से थायराइड समेत कई अन्य बीमारियों में फायदा मिलता है. अगर आपको भी थायराइड की समस्या है, तो इसे कंट्रोल करने के लिए मत्स्यासन एक सही उपाय है. इसका रोजाना अभ्यास करें. लेकिन उससे पहले जान लें इसे करने का सही तरीका-

जानें क्या थायराइड है
हम सभी के गर्दन के अंदर एक तितली के आकार में ग्रंथि होती है, जिसे अवटु ग्रन्थि भी कहते हैं. इस ग्रंथि से दो प्रकार के हार्मोन का उत्सर्जन होता है. ग्रंथि से कम या अधिक हार्मोन निकलने पर थायराइड की समस्या कहलाती है. आसान शब्दों में कहें तो अवटु ग्रंथि में हार्मोन असंतुलन की वजह से थायराइड होता है. इस स्थिति में शरीर की सभी कोशिकाएं प्रभावित होती हैं. 

मत्स्यासन
मत्स्यासन हिंदी के दो शब्दों मत्स्य यानी मछली और आसन यानी बैठने की मुद्रा से मिलकर बना है. आसान शब्दों में कहें तो मछली की मुद्रा में होकर योग करना मत्स्यासन कहलाता है. अंग्रेजी में मत्स्यासन को फिश पोज (Matsyasana As Fish Pose) कहते हैं. मत्स्यासन करने से थायराइड और माइग्रेन में फायदा मिलता है. साथ ही इससे विभिन्न प्रकार की बीमारियों से भी बचाव होता है. योग एक्सपर्ट्स की मानें तो मत्स्यासन करने से थायराइड ग्रंथि में रक्त संचार सही से होता है. साथ ही तनाव कम होता है. इससे थायराइड को कंट्रोल करने में मदद मिलती है.

मत्स्यासन करने का सही तरीका 
हर रोज मत्स्यासन करने के लिए सबसे पहले आप समतल जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं. फिर दोनों पैरों को बैठने की मुद्रा में समेटकर अपनी जांघों पर रखे लें. अब धीरे-धीरे अपनी छाती को ऊपर की ओर उठाएं. इस मुद्रा में कम से कम 30 सेकंड तक रहें. इस दौरान धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें. फिर पहले जैसी अवस्था में वापस आ जाएं. अगर आप थायराइड के मरीज हैं, तो इस आसन को रोजाना करें. मत्स्यासन करने से थायराइड कंट्रोल में होगा. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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