पीरियड्स के दौरान एक महिला को दिन में कितनी बार बदलना चाहिए Sanitary Pad?
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पीरियड्स के दौरान एक महिला को दिन में कितनी बार बदलना चाहिए Sanitary Pad?

महिलाओं को पीरियड्स में प्राइवेट पार्ट की साफ-सफाई का काफी ध्यान रखना चाहिए. इसलिए यह जानकारी काफी जरूरी है.

सांकेतिक तस्वीर

पीरियड्स होना महिला स्वास्थ्य की एक आम मगर महत्वपूर्ण प्रक्रिया है. पीरियड्स के दौरान महिलाओं को अपने स्वास्थ्य और साफ-सफाई का ज्यादा ध्यान रखना चाहिए. पीरियड्स के दौरान महिलाओं के मन में एक सवाल आ सकता है कि क्या वह सही समय पर अपना सैनिटरी पैड बदल रही हैं? क्योंकि, लंबे समय तक एक ही पैड का इस्तेमाल जननांग व उसके आसपास की त्वचा के संक्रमण का कारण बन सकता है.

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दिन में कितनी बार बदलना चाहिए सैनिटरी पैड?
एक महिला को पीरियड्स के दौरान दिन में कितनी बार या कितने समय बाद पैड बदलना चाहिए? इसके बारे में कोई सीधा और निश्चित जवाब नहीं है. क्योंकि, यह पीरियड्स में हो रहे ब्लड फ्लो पर निर्भर करता है. सामान्यत: महिला को कुल 7 से 8 दिन तक पीरियड्स चलते हैं, जिसमें से शुरुआती 2 से 3 दिन ब्लीडिंग का फ्लो ज्यादा होता है. यह पूरी तरह महिला के ब्लड फ्लो पर निर्भर करता है कि उसे कितनी देर में सैनिटरी पैड बदलना चाहिए.

American College of Obstetricians and Gynecologists (ACOG) के मुताबिक, महिलाओं को पीरियड्स के दौरान सामान्य ब्लीडिंग होने पर 4 से 8 घंटे बाद पैड बदल देना चाहिए. महिलाएं पैड से गीलापन महसूस होने, लीक होने, गंध आने या असहजता को पैड बदलने के संकेत के रूप में देख सकती हैं.

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पीरियड्स में कैसे सैनिटरी पैड का करना चाहिए इस्तेमाल?
बाजार में अलग-अलग तरह के सैनिटरी पैड उपलब्ध हैं. आप अपनी जरूरत और सुविधा के मुताबिक पैड का चुनाव कर सकती हैं. लेकिन एक बात जो ध्यान देने वाली है, वो यह है कि आपको कॉटन पैड का इस्तेमाल करना चाहिए. खुशबूदार व फैंसी मटेरियल से बना पैड इंफेक्शन का कारण बन सकता है. सैनिटरी पैड के कुछ प्रकार निम्नलिखित हैं.

  • रेगुलर पैड
  • मैक्सी पैड
  • सुपर पैड
  • अल्ट्रा-थिन पैड
  • ओवर नाईट पैड, आदि

यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.

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