Fatty Liver Disease: ब्रश करते समय ये संकेत करते हैं फैटी लिवर डिजीज की ओर इशारा, तुरंत हो जाएं सतर्क
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Fatty Liver Disease: ब्रश करते समय ये संकेत करते हैं फैटी लिवर डिजीज की ओर इशारा, तुरंत हो जाएं सतर्क

Sign of fatty liver disease: फैटी लिवर डिजीज का खतरा उन लोगों को ज्यादा होता है, जो अधिक शराब पीते हैं या जिनका वजन काफी ज्यादा है.

Fatty Liver Disease: ब्रश करते समय ये संकेत करते हैं फैटी लिवर डिजीज की ओर इशारा, तुरंत हो जाएं सतर्क

Sign of fatty liver disease: फैटी लिवर डिजीज (Fatty liver disease) एक ऐसी समस्या है जिसमें इंसान के लिवर में फैट इकट्ठा हो जाता है और लिवर का आकार बढ़ने लगता है. यह समस्या उन लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है, जो अधिक शराब पीते हैं या जिनका वजन काफी ज्यादा है. हालांकि यह बीमारी दूसरों को भी प्रभावित कर सकती है. फैटी लिवर डिजीज के दो प्रकार होते हैं: एक अल्कोहलिक लिवर सिरोसिस (Alcoholic liver cirrhosis) जो शराब पीने के कारण होता है और नॉन-अल्कोहलिक लिवर सिरोसिस (Non-alcoholic liver cirrhosis) जो वजन बढ़ने के कारण होता है.

सिरोसिस फैटी लीवर डिजीज का सबसे गंभीर चरण है. यह लिवर की सूजन के वर्षों के बाद होता है, जिससे लिवर में गांठ पड़ जाती है, जख्मी हो जाता है और सिकुड़ जाता है. लंबे समय तक लिवर खराब होने से लिवर में हेल्दी टिशू की जगह डैमेज टिश्यू बन जाते हैं. यह आपके लिवर को ठीक से काम करने से रोकता है. सिरोसिस के कारण होने वाली डैमेज आखिरी में लिवर फेलियर का कारण बन सकती है. आज हम आपको कुछ संकेत बताएंगे, जो इस ओर इशारा करते हैं कि आपको फैटी लिवर डिजीज है.

गम ब्लीडिंग
दांतों को ब्रश करते समय अगर मसूड़ों से खून आता है तो ये इस बात का संकेत हो सकता है कि आपको फैटी लिवर की गंभीर बीमारी है. ऐसा इसलिए है क्योंकि यह बीमारी खून बहने या अधिक आसानी से चोट लगने का कारण बन सकती है. इसके अलावा, बार-बार नाक से खून आना भी फैटी लिवर डिजीज का संकेत हो सकता है. नॉन-अल्कोहलिक लिवर सिरोसिस दांतों के टूटने और पेरियोडोंटाइटिस (एक गंभीर मसूड़े का संक्रमण जो दांतों के आसपास के कोमल टिशू को नुकसान पहुंचाता है) से भी लिंक है. हेल्दी लाइफस्टाइल विकल्प चुनने से आपके लक्षणों को और ज्यादा खराब होने से रोकने में मदद मिल सकती है.

फैटी लिवर डिजीज के अन्य लक्षण

  • थकान: आमतौर पर फैटी लिवर डिजीज के मरीजों में थकान या थकावट का अनुभव किया जाता है.
  • स्किन या अं अंदरूनी नसों का पीलापन: अधिक फैट और लिवर के स्थानीय बदलावों के कारण, स्किन व अंदरूनी नसों में पीलापन या सफेदी दिखाई दे सकता है.
  • पेट में दर्द: फैटी लिवर डिजीज के मरीजों में पेट में दर्द का अनुभव हो सकता है.
  • उल्टी: इस समस्या के मरीजों में उल्टी का अनुभव हो सकता है.
  • तिल-चट्टे: फैटी लिवर डिजीज के मरीजों में तिल-चट्टे या खुजली का अनुभव हो सकता है.
  • बदहजमी और अपच: फैटी लिवर डिजीज के मरीजों में बदहजमी, अपच, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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